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रेलवे के संसाधन बढ़ने पर ही बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार

मेरठ : उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने अपनी टीम के साथ गुरुवार को टपरी से मेरठ तक कई स्टेशनों को परखा।

By Edited By: Published: Fri, 02 Dec 2016 01:59 AM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2016 01:59 AM (IST)
रेलवे के संसाधन बढ़ने पर ही बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार

मेरठ : उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने अपनी टीम के साथ गुरुवार को टपरी से मेरठ तक कई स्टेशनों को परखा। मेरठ सिटी स्टेशन पर पहुंचे जीएम ने कई पूरे हो चुके निर्माण कार्यो का उद्घाटन किया। लेकिन ट्रेनों की गति बढ़ाने, यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार और समय निर्धारण के सवाल पर संसाधनों की कमी का राग अलाप कर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

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महाप्रबंधक एके पूठिया का निरीक्षण कार्यक्रम सिटी स्टेशन पर गुरुवार दोपहर ढाई बजे तय था। लेकिन जीएम की स्पेशल ट्रेन शाम 6 बजे स्टेशन पर पहुंची। ट्रेन से उतरते ही महाप्रबंधक ने स्टेशन पर पूर्ण हो चुके नए निर्माण कार्यो का शुभारंभ करना शुरू किया। इसके बाद मीडिया से बात की। बात शुरू होते ही जीएम ने हर सवाल का जवाब संसाधनों को कम बता कर दिया। लगातार लेट चल रही संगम और नौचंदी एक्सप्रेस के सवाल पर महाप्रबंधक ने कहा कि ट्रेनों की संख्या ट्रैक पर बढ़ गई, जबकि रेलवे ट्रैक की क्षमता का विस्तार नहीं हो सका है। इसी कारण से ट्रेनों की गति में सुधार नहीं हो रहा है। उधर, दिल्ली-मेरठ के बीच पैसेंजर ट्रेन के लगातार रद होने का कारण भी ट्रैक की क्षमता का कम होना बताया। इसके अलावा ट्रेनों की कम होती गति के लिए कोहरे को भी जिम्मेदार बताते हुए कहा कि रेलवे कोहरे में ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए नई तकनीक अपनाने पर जोर दे रहा है। इसके बाद अधिकारी ने रेलवे द्वारा यात्री सुविधा के लिए किए जा रहे कार्यो के बारे में भी जानकारी दी। करीब 45 मिनट चले निरीक्षण के बाद अधिकारी अपनी टीम के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान डीआरएम अरूण अरोड़ा, सीओएम संजीव गर्ग, सीएमई अनिल हांडा, पीसीई आरके अग्रवाल, स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा आदि शामिल रहे।

स्पीड ट्रायल पर हुए रवाना

महाप्रबंधक अपनी डीआरएम स्पेशल ट्रेन में मेरठ से गाजियाबाद के लिए नव निर्मित ट्रैक पर स्पीड ट्रायल पर रवाना हुए। जीएम ने बताया कि मेरठ से गाजियाबाद तक ट्रैक पर 90 किमी प्रति घंटा का ट्रेन रन है। अब ट्रैक ट्रायल स्पेशल ट्रेन से 120 किमी प्रति घंटा होगा। ट्रायल पूरा होने पर ट्रैक पर दौड़ने वाली ट्रेनों की गति बढ़ाई जाएगी।

कमजोर पैरवी बन रही कारण

शहर की शान कही जाने वाली संगम और नौचंदी एक्सप्रेस समय की पटरी से उतर चुकी हैं। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। जीएम के समक्ष भी दोनों ट्रेनों का सवाल उठा। जवाब में जन प्रतिनिधियों की कमजोर पैरवी भी सामने आई। अधिकारी ने दबे शब्दों में कहा कि ट्रेनों के बारे में जनप्रतिनिधियों को भी आवाज उठानी चाहिए।

ज्ञापन देकर मांगा समाधान

निरीक्षण के लिए सिटी स्टेशन पर पहुंचे महाप्रबंधक से मिलकर अपनी समस्याओं को भी लोगों ने रखा। भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष विवेक रस्तौगी ने कैंट और मलियाना फाटक की समस्या को रखा। जबकि उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन ने अपनी मांग को प्रबंधक के समक्ष रखते हुए समाधान की मांग की।

कई जगह काटा फीता

उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने निरीक्षण के दौरान नवनिर्मित सिकलाइन कोच केयर सेंटर, विश्राम गृह, विशिष्ट अतिथि कक्ष आदि का उद्घाटन फीता काट कर किया।

जीएम आए, नहीं आई संगम

मेरठ : उत्तर रेलवे के जीएम एके पूठिया गुरुवार की शाम सिटी स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जीएम शाम 6 बजे आए और 45 मिनट बाद दिल्ली के लिए रवाना हुए। लेकिन सुबह आने वाली संगम एक्सप्रेस शाम तक भी सिटी स्टेशन नहीं पहुंची।

इन्होंने कहा..

संगम और नौचंदी की लेटलतीफी दूर करने के लिए कई बार उत्तर रेलवे के जीएम और अन्य अधिकारियों से भी वार्ता की गई। कल फिर बात करूंगा, जनप्रतिनिधियों के प्रयास को अधिकारी इस प्रकार नकार नहीं सकते।

- राजेंद्र अग्रवाल, सांसद मेरठ-हापुड़ क्षेत्र।


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