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दिल्ली रोड पर सरेराह कत्ल, आराम से निकल गए बदमाश

मेरठ : दिल्ली रोड पर सरेराह रजिस्ट्रार कानूनगो को गोली मार दी गई, लेकिन कातिलों को कोई देख तक न सका।

By Edited By: Published: Sun, 23 Oct 2016 02:35 AM (IST)Updated: Sun, 23 Oct 2016 02:35 AM (IST)
दिल्ली रोड पर सरेराह कत्ल, आराम से निकल गए बदमाश

मेरठ : दिल्ली रोड पर सरेराह रजिस्ट्रार कानूनगो को गोली मार दी गई, लेकिन कातिलों को कोई देख तक न सका। तहसील गेट पर पुलिस का चेक प्वाइंट है। जहां दारोगा और दो सिपाहियों की ड्यूटी रहती है, लेकिन वे मौके पर मौजूद नहीं थे। चंद कदमों की दूरी पर कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर का आवास है, जहां पर चौबीस घंटे पुलिस और कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रहती है। इसके बावजूद रजिस्ट्रार कानूनगो के कातिल आराम से निकल गए। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने कातिलों के देखने की बात नहीं स्वीकारी।

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चल रहा था मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम

तहसीलदार का चार्ज नायब तहसील उदयवीर पर हैं। उदयवीर भी तहसील में रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में काम कर रहे थे। दीनदयाल के अलावा रजिस्ट्रार कानूनगो रामवीर, सने हैदर, स्नेह तिवारी और हरबीर सिंह मौजूद थे। दीनदयाल हर रोज तहसील से मवाना बस स्टैंड तक ऑटो में जाते है। स्टैंड से बस में सवार होकर इंचौली के मसूरी गांव में जाते हैं। शनिवार को तहसील में सभी रजिस्ट्रार कानूनगो मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में जुटे थे। दीनदयाल को इसलिए छह बजे जाने दिया गया क्योंकि उन्हें बस से अपने गांव जाना होता है। शाम छह बजे अपना काम खत्म करने के बाद दीनदयाल गेट पर पहुंचे। तभी पहले से खड़े हमलावरों ने सीने से सटाकर गोली मार दी।

चेक पोस्ट से गायब थे दारोगा-सिपाही

तहसील गेट पर पुलिस चेक प्वाइंट पर दारोगा रविंद्र गौतम और दो सिपाहियों की ड्यूटी थी। वारदात के समय तीनों मौके से गायब थे। पास में पान का खोखा करने वाले दुकानदार से कातिलों के बारे में पूछा गया तो उसका जवाब था कि वह नमाज पढ़ने गया था। तहसील के भीतर काम कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें लगा कि किसी वाहन का टायर फट गया है। हमलावर आराम से निकल गए। अंदर से पटवारी अतर सिंह निकले तो खून से सने दीनदयाल को देखकर शोर मचा दिया। कुछ ही देर में एसओ और सीओ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आसपास काफी पूछताछ की, लेकिन ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि हमलावर बाइक से आए या चौपहिया वाहन से। यह भी आशंका है कि बदमाश हत्याकर पैदल ही गलियों से तो नहीं निकल गए।

इन्होंने कहा..

रजिस्ट्रार कानूनगो की हत्या पारिवारिक या दफ्तर की किसी रंजिश में हुई है। आसपास के सीसीटीवी की फुटेज खंगाले जा रहे हैं। सीओ कोतवाली को पूरे मामले की जांच का काम सौंपा गया है।

-जे. रविंदर गौड, एसएसपी


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