पुख्ता योजना बिना नहीं मिलेगी स्कूलों को जाम से मुक्ति
मेरठ : शहर के बड़े स्कूलों की छुट्टी होने के बाद एक साथ निकलते हजारों बच्चों व उनके परिजनों की उपस्थि
मेरठ : शहर के बड़े स्कूलों की छुट्टी होने के बाद एक साथ निकलते हजारों बच्चों व उनके परिजनों की उपस्थिति में रास्ते पर जाम लगना स्वाभाविक है। ऐसा देश के हर बड़े महानगरों के साथ ही छोटे शहरों में होता है। लेकिन यह जाम की स्थिति अक्सर पुख्ता योजना व ट्रैफिक विभाग की निष्क्रियता के कारण बदतर स्वरूप धारण कर लेती है। मेरठ छावनी के वेस्ट एंड रोड, सोफिया गर्ल्स स्कूल से सटे चैपल स्ट्रीट चौराहे और सेंट मेरीज एकेडमी के सामने करियप्पा रोड पर लंबे जाम की स्थिति उसी निष्क्रियता का प्रतीक रही है। अब पिछले करीब डेढ़ महीने से ट्रैफिक पुलिस, कैंट बोर्ड, वेस्ट एंड रोड के स्कूल व रोड सेफ्टी क्लब की सक्रियता के बाद वेस्ट एंड रोड की ट्रैफिक व्यवस्था पटरी पर आने लगी है। इसी सक्रियता की जरूरत अब सोफिया गर्ल्स स्कूल, सेंट जोंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल व सेंट मेरीज एकेडमी के बच्चों व परिजनों को भी है।
पुलिस उतरी तो मिली राहत
अब तक सोफिया चौराहे पर पुलिस की अनुपस्थिति में 10 मिनट का ताम-झाम साफ होने में एक घंटे तक का समय ले लेता था। लेकिन शुक्रवार को ट्रैफिक विभाग व फैंटम पुलिस की उपस्थिति में जाम की स्थिति में सुधार देखने को मिला। तीन पुलिस कर्मियों ने चैपल स्ट्रीट चोराहे पर मुस्तैदी दिखाई जिससे छुट्टी के बाद करीब 15 से 20 मिनट में रास्ते की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु करने में मदद मिली। कुछ समय तक जाम की स्थिति बनी लेकिन वह पूर्व की तुलना में कम बदतर रही। वहीं सेंट मेरीज एकेडमी के सामने भी स्कूल के शिक्षकों ने वाहनों को रुकने नहीं दिया जिससे यहां भी 20 मिनट में अधिकतर वाहन निकाले जा सके।
बना सकते हैं टाइम-टेबल
ट्रैफिक विभाग को खास तौर पर छावनी स्थित स्कूलों के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान बनाने की आवश्यकता है। स्कूलों की छुट्टी के समय 15 मिनट ही पुलिस की उपस्थिति व कड़ाई से स्थिति को बदला जा सकता है। लेकिन बिना पुख्ता योजना या फिर कुछ दिन के प्रयास के बाद ढील देने से पुरानी सारी मेहनत बेकार होगी और स्थिति पूर्ववत बन जाएगी।