शैक्षणिक वेबसाइटों पर नहीं रहेंगी फर्जी रिसर्च रिपोर्ट
मेरठ : अनगिनत शैक्षणिक वेबसाइटों पर बिना रोकटोक डाली जा रही फर्जी रिसर्च सामग्रियों से शोध छात्रों क
मेरठ : अनगिनत शैक्षणिक वेबसाइटों पर बिना रोकटोक डाली जा रही फर्जी रिसर्च सामग्रियों से शोध छात्रों के साथ धोखा हो रहा है। इससे दिन ब दिन शोध की गुणवत्ता गिरने के साथ ही सही मायने में शोध करने वाले छात्रों को उचित मार्गदर्शन भी नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे फर्जी शोध पत्रों को ऑनलाइन प्रसारित किए जाने से रोकने के लिए कॉमनवेल्थ एजुकेशनल मीडिया सेंट फॉर एशिया (सेकमा) की ओर से फर्जी रिसर्च रिपोर्ट को ऑनलाइन अपलोड किए जाने से रोकने के लिए समिति गठित की जा रही है। यह जानकारी रविवार को इस्माइल डिग्री कालेज में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि की ओर से आयोजित कार्यशाला में सेकमा के निदेशक प्रो. शाहिद रसूल ने कही।
कार्यशाला में प्रो. रसूल ने विवि के काउंसलर्स को ऑनलाइन उपलब्ध उचित सामग्री की वेबसाइटों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने छात्रों के लिए महत्वपूर्ण वेबसाइटों के साथ सोशल मीडिया पर भी बेहतर पाठ्य सामग्री के बारे में बताया। कार्यक्रम में प्रो. एसपी गुप्ता ने काउंसलर व तरीकों के बारे में बताया। डा. बीएस यादव ने दूरस्थ शिक्षा में काउंसलिंग की उपयोगिता व महत्वपूर्ण बिंदुओं से अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजर्षि टंडन मुक्त विवि के कुलपति प्रो. एसपी दूबे ने की एवं क्षेत्रीय कार्यालय की निदेशक डा. पूनम गर्ग ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डा. शिवाली अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में डा. किरन गर्ग, डा. संजीव तोमर, डा. नरेंद्र कुमार, डा. दीपक शर्मा, डा. मृदुला शर्मा आदि उपस्थित रहे।