याकूब से अब भी क्यों डरती है पुलिस?
मेरठ : हाजी याकूब के बेटे फिरोज के हंगामे पर पुलिस कार्रवाई ने एक बार फिर पर्दा डाल दिया है। पूरे घट
मेरठ : हाजी याकूब के बेटे फिरोज के हंगामे पर पुलिस कार्रवाई ने एक बार फिर पर्दा डाल दिया है। पूरे घटनाक्रम की चर्चा के दौरान पुलिस के रिटायर्ड सिपाही चहन सिंह शनिवार को कप्तान के सामने पेश हुए और सवाल उठाया कि क्या याकूब से पुलिस अब भी डरती है? गौरतलब है कि 2011 में पूर्व मंत्री याकूब पर चहन सिंह के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। चहन सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान भी हाजी याकूब के बेटे की कोतवाली इंस्पेक्टर और एसएसआइ के साथ झड़प हुई। तब भी सिर्फ मामूली धाराओं में मुकदमा कर मामला रफा-दफा कर दिया गया। रिटायर्ड सिपाही ने सभी मामलों में दोबारा जांच करने की मांग की।
कोतवाली के सराय बहलीम में रहने वाले बसपा नेता एवं पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा ने जीरोमाइल से लेकर बेगमपुल के श्री प्लाजा तक जमकर गदर काटा था। फिरोज उर्फ भूरा, उसके साथी मजहर, कामिल, दानिश को पकड़ लिया, जबकि शाह आलम मौके से भाग गया था। लखनऊ से पूर्व मंत्री हाजी याकूब का फोन आने के बाद पुलिस ने मामूली सी दफा 34 की कार्रवाई कर चारों आरोपियों को छोड़ दिया था। पुलिस की ओर से सीओ की जांच में भी कोई मामला सामने नहीं आया। अभी तक कार्रवाई पर सीओ ने भी मुहर लगा दी है।
इन्होंने कहा..
पूर्व मंत्री के बेटे और साथियों के खिलाफ सीओ की जांच में भी कुछ निकलकर नहीं आया है। एक रिटायर्ड सिपाही ने पुराने मामलों में कार्रवाई दोबारा से कार्रवाई की मांग की है। रिटायर्ड सिपाही के ज्ञापन पर जांच करा ली जाएगी।
-जे रविंदर गौड, एसएसपी