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कत्ल कर आइसीयू में भर्ती हो गया था हत्यारोपी

मेरठ : गंगानगर के-ब्लाक में हुए सहायक अध्यापक जयराज की हत्या के मामले में परिजनों ने ही हत्यारोपी

By Edited By: Published: Fri, 01 Jul 2016 02:06 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2016 02:06 AM (IST)
कत्ल कर आइसीयू में भर्ती हो गया था हत्यारोपी

मेरठ : गंगानगर के-ब्लाक में हुए सहायक अध्यापक जयराज की हत्या के मामले में परिजनों ने ही हत्यारोपी को दबोच लिया। आरोपी वारदात अंजाम देने के बाद पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया और फिर शहर के ही एक अस्पताल के आइसीयू में भर्ती हो गया था। मृतक के परिजनों ने आरोपी को उसी अस्पताल से पकड़कर लालकुर्ती पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी के पास से दो पिस्टल और एक तमंचे समेत काफी कारतूस बरामद हुए।

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गंगानगर के-ब्लाक निवासी सहायक अध्यापक जयराज की 27 जून की रात को परिचित प्रवीण ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। 28 जून की सुबह वारदात का खुलासा हुआ था। इसी दौरान आरोपी अपनी इरटिगा कार में पुलिस को गच्चा देकर फरार हो गया था। पीड़ित परिजनों ने प्रवीण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस प्रवीण की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने का दम भर रही थी, लेकिन चालाक हत्यारोपी बीमार होने का बहाना बनाकर जसवंत राय अस्पताल की आइसीयू में भर्ती हो गया। इस बात की भनक मृतक के परिजनों को गुरुवार को लग गई। जयराज के बड़े भाई सतराज सिंह और परिवार के ही दर्जनभर अन्य लोगों ने जसवंत राय अस्पताल की आइसीयू में पहुंचकर प्रवीण को दबोच लिया। प्रवीण के पास से एक बैग बरामद किया गया, जिससे दो पिस्टल .32 बोर, एक तमंचा और 21 कारतूस बरामद किए। 17 कारतूस पिस्टल के थे। प्रवीण को पकड़कर लालकुर्ती पुलिस के हवाले किया गया। इसके बाद सीओ सदर देहात श्रीकांत, इंस्पेक्टर गंगानगर एपी सिंह लालकुर्ती थाने पहुंच गए। दूसरी ओर परिजनों ने गंगानगर थाने पर घेराव करते हुए हंगामा कर दिया। आरोप लगाया कि पुलिस ने ही हत्यारोपी को छिपाने के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। मामला तूल पकड़ने के बाद इंस्पेक्टर इंचौली योगेंद्र मलिक व इंस्पेक्टर परीक्षितगढ़ श्यामवीर सिंह को फोर्स के साथ बुलाया गया। किसी तरह से मामला शांत कराया गया। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी जसवंत राय अस्पताल से दिखाई।

ये बोला प्रवीण

पुलिस हिरासत में प्रवीण ने बताया कि बैंक का लोन चुकाने के लिए दबाव बढ़ रहा था। जयराज ने बात नहीं सुनी तो विवाद हो गया था। नशे में कत्ल कर दिया। वारदात अंजाम देने के बाद नींद नहीं आई थी। ऐसे में अस्पताल में पहुंच गया।

पुलिस ने सुनाई अस्पताल की कहानी

प्रवीण की गिरफ्तारी में फेल साबित हुई पुलिस अब अस्पताल प्रशासन का पक्ष लेती दिखी। आरोपी को आइसीयू के बैड से पकड़ा गया था, लेकिन पुलिस पूरे मामले को दूसरा रूप देने में लगी रही। सीओ सदर देहात श्रीकांत ने कहा कि प्रवीण वेटिंग रूम में दो दिन से था।

क्या कहते हैं डायरेक्टर

आइसीयू से ले जाने की बात गलत एवं निराधार है। मेरे स्टाफ ने साफ बताया कि दोपहर में पुलिस वालों ने गैलरी में लेटे एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसे चप्पल तक नहीं पहनने दिया गया।

-अशोक राजवंशी, डायरेक्टर, जसवंत राय।


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