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ऊर्जा भवन पर जमे वेस्ट के किसान, हंगामा

मेरठ : ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की दरों को बढ़ाकर दोगुना कर देने के विरुद्ध किसान संगठन खड़े हो गए

By Edited By: Published: Tue, 28 Jun 2016 02:08 AM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2016 02:08 AM (IST)
ऊर्जा भवन पर जमे वेस्ट के किसान, हंगामा

मेरठ : ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की दरों को बढ़ाकर दोगुना कर देने के विरुद्ध किसान संगठन खड़े हो गए हैं। सोमवार को किसानों के आधा दर्जन संगठनों ने संयुक्त रूप से एमडी ऑफिस (ऊर्जा भवन) पर धरना दिया तथा प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों की सुरक्षाकर्मियों के साथ जमकर झड़प हुई। किसानों ने वहां पंचायत की तथा निदेशक तकनीकि को ज्ञापन सौंपकर 4 जुलाई तक बढ़ी दरें वापस लेने की चेतावनी दी।

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ग्रामीण उपभोक्ताओं की बिजली दरें बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई हैं। इस वृद्धि के विरुद्ध किसान अधिकार आंदोलन, भारतीय किसान आंदोलन, भारतीय किसान यूनियन (हरपाल सिंह), भाकियू (भानू), भारतीय किसान मजदूर मंच, भारतीय किसान सभा समेत तमाम किसान संगठन खड़े हो गए हैं। सभी संगठनों ने सोमवार को संयुक्त रूप से ऊर्जा भवन का घेराव किया। पूरे पश्चिमांचल से किसान बसों व अन्य वाहनों से एमडी ऑफिस पर पहुंचे। किसानों को देखकर कार्यालय के सुरक्षा कर्मियों ने गेट बंद कर लिए। जिसपर किसान बिगड़ गए। वे सुरक्षाकर्मियों से उलझ गए तथा जबरन गेट खुलवाकर अंदर तंबू गाड दिया।

किसानों की सभा की अध्यक्षता भाकियू (असली) के पदाधिकारी यशपाल सिंह ने की। कुलदीप त्यागी के संचालन में आयोजित सभा में किसान नेताओं ने दो टूक कहा कि चीनी मिलों व जिला प्रशासन के साथ अब पावर कारपोरेशन भी किसानों के उत्पीड़न पर उतर आया है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गांवों में बिजली की दरों को दोगुना किया जाना अनुचित है। जिसका विरोध किया जाएगा। सभा में संयुक्त रूप से बढ़ी दरों को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की गई।

किसानों ने तीन बजे एमडी ऑफिस पर कब्जा कर लेने की घोषणा की तो निदेशक तकनीकि अनिल मित्तल ने किसानों से वार्ता की। हरपाल सिंह बिलारी, श्योराज सिंह, हरवीर सिंह निलोहा, चौधरी कृष्णपाल, मुलाम मौहम्मद जौला, हाजी अर्शी, रजनीश महादेव आदि ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। निदेशक तकनीकि ने कहा कि किसानों की मांग को शासन को भेजा जाएगा। 4 जुलाई तक इस पर निर्णय हो सकता है। किसानों ने स्पष्ट कहा कि इस मुद्दे में लापरवाही बिजली अफसरों को भारी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि 4 जुलाई को बढ़ी दरें वापस नहीं ली जाती हैं तो 13 जुलाई को बड़ौत के कान्हड़ गांव में विशाल पंचायत आयोजित करके आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान दिवाकर सिंह, जान मोहम्मद, ब्रिजेश चौहान, केपी सिंह, उर्वशी, मंजीत सिंह कोछड़, भुजवीर सिंह, सत्यम शर्मा, प्रकाश सोनी आदि शामिल रहे।


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