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तू भी आदमी, मैं भी आदमी, तो ये नफरतों की बात क्यों है..

मेरठ : नौचंदी स्थित पटेल मंडप में बुधवार रात ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया गया। मुशायरे को सुनने क

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 02:05 AM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 02:05 AM (IST)
तू भी आदमी, मैं भी आदमी, तो ये नफरतों की बात क्यों है..

मेरठ : नौचंदी स्थित पटेल मंडप में बुधवार रात ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया गया। मुशायरे को सुनने के लिए देर रात तक लोगों की भीड पटेल मंडप में जमी रही। पटेल मंडप की क्षमता से ज्यादा लोगों के पहुंचने के कारण व्यवस्था ध्वस्त हो गई। मंच व वीआईपी गेट पर धक्कामुक्की होती रही। व्यवस्था को संभालने के लिए पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट गए।

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अफजल मंगलौरी ने 'तू भी आदमी मैं भी आदमी, तो ये नफरतों की है बात क्यूं, न तेरा खुदा कोई और है, न मेरा खुदा कोई और है' शेर पेश करते हुए सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश दिया। सज्जाद झंझट ने पेश किया कि हजारों दिल तेरे वादे पे ऐसे टूट जाते हैं कि जैसे हाथ से गिरते ही अण्डे टूट जाते हैं। मालेगांव महाराष्ट्र से पहुंचे अल्ताफ जिया ने कहा कि इक जरा सी मफाद की खातिर, कितने चेहरे बदल रहा हूं मैं..। इसके अलावा अरकम हसनपुरी, सबीना आदिल, शखसार बलरामपुरी आदि ने मुशायरे में रंग भरे। अनवर जलालपुरी ने संचालन किया। मुशायरे के आयोजक सरवत चौधरी रहे। मुशायरे में मुख्य तौर पर कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, जिला पंचायत सदस्य नवाजिश शाहिद, इसरार सैफी, चैतन्य देव स्वामी, नरेन्द्र राष्ट्रवादी, अरशद मक्की आदि मौजूद रहे।

ताला तोड़कर बाहर निकाले गए कैबिनेट मंत्री

मुशायरे में अव्यवस्था इस कदर हावी रही कि रात 12 बजे वीआईपी गेट की चाबी गुम हो गई। कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के लौटने के वक्त गेट का ताला तोड़कर उन्हें बाहर निकाला गया। मुशायरा शुरू होने से देर रात तक वीआईपी गेट पर भीड धक्कामुक्की करती रही।


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