कमिश्नर ने वो काटा, डीएम की कट गई पतंग
मेरठ : जिमखाना मैदान में पेच लड़ाने को आम पतंगबाजों के साथ तमाम अधिकारी और शहर की जानी-मानी शख्सियते
मेरठ : जिमखाना मैदान में पेच लड़ाने को आम पतंगबाजों के साथ तमाम अधिकारी और शहर की जानी-मानी शख्सियतें मौजूद थीं। गुजरात की रंग-बिरंगी पतंगों की प्रदर्शनी के बीच अफसरों ने भी खूब पेच लड़ाए। मौका था पतंगबाजी महोत्सव के उद्घाटन का। मंडलायुक्त आलोक सिन्हा ने महोत्सव का उद्घाटन किया तो उसके बाद ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के तहत कालबेलिया, घोड़ी डांस, भंगड़ा की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। यह महोत्सव 13 फरवरी तक चलेगा।
बात पतंगबाजी की थी, तो पेच लड़ाने की शुरुआत मंडलायुक्त आलोक सिन्हा ने की। आठ-10 मिनट तक दूर हवा में पतंग लहराने के बाद कमिश्नर ने पेच लड़ाया और प्रतिद्वंद्वी की पतंग काट ली। हालांकि इससे पहले उनकी एक पतंग धागा टूटने की वजह से उखड़ गई थी। इसके बाद डोर डीएम पंकज यादव ने थामी। उनकी पतंग और ऊंची होती गई, लेकिन जब पेच की बारी आई तो प्रतिद्वंद्वी भारी पड़ा और डीएम की पतंग कट गई।
पतंगबाजी के इस खेल में एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे ने भी हाथ आजमाया। उन्होंने एक को चित किया तो अगले पेच में उनकी भी पतंग कट गई। एडीएम सिटी एसके दुबे और सिटी मजिस्ट्रेट केशव कुमार के साथ ही इस खेल का आनंद अधिकारियों की पत्िनयों ने भी उठाया।
मंडलायुक्त ने इस इस अवसर पर कहा कि इस प्रतियोगिता में सभी धर्म व वगरें के लोग भाग लेंगे तो यहा आपसी सौहार्द एवं सद्भाव बलवती होगा। डीएम पंकज यादव ने कहा कि पतंग महोत्सव का आयोजन एक अद्वितीय कदम है, जो मेरठ की संास्कृतिक विरासत को पतंगों के माध्यम से प्रर्दशित कर रहा है। एसएसपी दिनेश चन्द्र दुबे ने कहा कि पतंग उड़ाकर पेच लड़ाने से आपसी मेल जन्म लेता है, जिससे नकारात्मक सोच पतंग की तरह कटकर सकारात्मक सोच विकसित होती है।
इस मौके पर क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अमित कुमार, उपनिदेशक सूचना नवल कान्त तिवारी, मेरा शहर-मेरी पहल के समन्वय अमित कुमार अग्रवाल, अमित नागर, रोहित गुर्जर, अय्याज मेवाती, मुकुल गुप्ता, सुनील कुमार, शहर काजी जैनुल राशिद्दीन आदि लोग मौजूद थे।