डा. सविता गर्ग पर कस रहा शिकंजा, प्रशासन का नोटिस
मेरठ: लिंग जांच करते रंगे हाथ धरी गई डा. सविता गर्ग को आखिरकार माह भर बाद प्रशासन ने नोटिस जारी किया
मेरठ: लिंग जांच करते रंगे हाथ धरी गई डा. सविता गर्ग को आखिरकार माह भर बाद प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। इससे पहले हरियाणा में डा. सविता गर्ग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है, लेकिन वह कोर्ट में पेश होने से बचती रही हैं।
करीब दो माह पहले बच्चा पार्क स्थित डा. सविता गर्ग के अल्ट्रासाउंड केंद्र पर हरियाणा की टीम ने छापामारी कर उन्हें लिंग जांच करते हुए पकड़ा था। इसके बाद एमएलसी डा. सरोजनी अग्रवाल के दबाव में डा. सविता को बचाने का जतन हुआ। यहां की पुलिस ने हरियाणा की टीम को ही कठघरे में खड़ा कर दिया था। डा. सविता गर्ग प्रकरण को लेकर प्रशासन की भी जमकर छीछालेदर हुई थी। स्वास्थ्य विभाग लंबे समय से डा. सविता को बचाने में जुटा रहा किंतु हरियाणा की जांच टीम की भनक नहीं लगने पाई।
करीब दो माह बीतने के बाद भी डा. सविता गर्ग एवं उनके पति हरियाणा की कोर्ट में हाजिर होने से बचते रहे। इस पर कोर्ट ने समन भी जारी किया। इधर, डा. सविता के खिलाफ प्रशासन ने भी कारवाई का मन बनाया। शासन ने भी प्रश्न किया कि सरेआम पकड़ में आने के बाद भी आखिर स्थानीय प्रशासन ने दोषी दंपती पर क्या एक्शन लिया? दबाव में आए प्रशासन ने डा. सविता गर्ग के प्रकरण पर रिपोर्ट तैयार कर डीएम को थमा दी। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दी गई है। हालांकि इस मसले पर सिटी मजिस्ट्रेट गोलमोल जवाब दे रहे हैं।
मेरठ का लिंगानुपात 885 प्रति हजार है, जबकि राष्ट्रीय अनुपात 915 दर्ज किया गया है। भ्रूण हत्या के लिए राजस्थान, हरियाणा एवं वेस्ट यूपी के तमाम जिले बदनाम रहे हैं। मेरठ में 0-6 वर्ष के बीच का लिंगानुपात 852 के आसपास है। गत दिनों हरियाणा पुलिस ने मेरठ में छापेमारी कर दो केन्द्रों को रंग हाथों पकड़ा। बागपत रोड स्थित एक केन्द्र को सीज कर रासुका तामील कर दी गई, जबकि सपा एमएलसी डा. सरोजनी अग्रवाल की बहन डा. सविता गर्ग भी रंगे हाथ धरी गई। एमएलसी डा. सरोजनी अग्रवाल, जिला प्रशासन, सीएमओ मिलकर बचाने की तरकीब पर दिन-रात काम किया। इधर, हरियाणा की अदालत ने नोटिस जारी कर 29 फरवरी तक हाजिर होने के लिए कहा है। मेरठ जिला प्रशासन ने शुक्रवार को डा. सविता गर्ग के खिलाफ नोटिस जारी कर उन्हें विधिक कारवाई के लिए तैयार करने को कहा गया है। नोटिस में साफ किया गया है कि लिंग जांच के पर्याप्त सबूत मिल चुके हैं, ऐसे में केन्द्र का लाइसेंस निरस्त होना तकरीबन तय है। जिले में करीब 180 अल्ट्रासाउंड केन्द्र हैं, जिनमें दर्जन भर की गतिविधियां संदिग्ध हैं।
डा. सविता गर्ग से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेज दी गई है। उन्हें कारण बताओ नोटिस देने की तैयारी है।
-केशव कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट।