अंग्रेजी राज नहीं है, बंद कर देंगे बाजार
मेरठ: छावनी परिषद की ओर शुक्रवार को सदर स्थित गुरुद्वारे के पास बन रहे टॉयलेट को तोड़े जाने पर सिख सम
मेरठ: छावनी परिषद की ओर शुक्रवार को सदर स्थित गुरुद्वारे के पास बन रहे टॉयलेट को तोड़े जाने पर सिख समुदाय के लोगों ने जबरदस्त हंगामा किया। उन्होंने कैंट बोर्ड कार्यालय का घेराव करते हुए चेतावनी दी कि अब अंग्रेजी राज नहीं है, अगर कैंट बोर्ड ने मनमानी की तो वह बाजार बंद कर देंगे।
सदर में बी-फोर लैंड में गुरुद्वारे के पास पिलर डालकर निर्माण चल रहा है, कैंट बोर्ड की टीम ने उस पिलर को सरकारी भूमि में बनाने और अवैध ठहराते हुए तोड़ना शुरु कर दिया। लोगों ने दीवार से लगकर बने पिलर को तोड़ने के दौरान मौके पर हंगामा किया। बाद में कैंट बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोग छावनी परिषद कार्यालय पहुंचे, कैंट बोर्ड की कार्रवाई की निंदा करते हुए सिख वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा कि करीब 50 साल से गुरुद्वारे के पास टॉयलेट बना हुआ था, यहां पर निशुल्क क्लिनिक भी चलता है। टॉयलेट के मरम्मत का काम शुरु किया गया, जिसे पूर्व सीईओ ने रुकवा दिया था। बाद में लेटर दिया गया, उसके बाद काम शुरु किया गया। अब कैंट बोर्ड ने मनमानी करते हुए धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ की, उन्होंने बोर्ड की कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी की। करीब दो घंटे कैंट बोर्ड पर हंगामा चलता रहा। गुरुद्वारा से जुड़े लोगों ने कहा कि इस तरह से तोड़फोड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इस मामले में एसजीपीसी अमृतसर को भी सूचित किया गया है, उन्हें यहां बुलाया जाएगा। इस दौरान व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर बोर्ड ने इस तरह के रवैये को नहीं छोड़ा तो वह बाजार बंद कर देंगे। इस दौरान उन्होंने कैंट बोर्ड के सीईओ राजीव श्रीवास्तव से मिले भी। प्रदर्शन करने वालों में सुनील दुआ, बलजीत सिंह, त्रिलोचन आदि रहे।
नौ सितंबर को बोर्ड बैठक में फैसला
कैंट बोर्ड के सीईओ राजीव श्रीवास्तव ने लोगों को आश्वस्त किया है कि वह अगर गुरुद्वारे के पास टायलेट का निर्माण हो रहा है, तो उसका प्रस्ताव बनाकर भेज दें, नौ सितंबर को कैंट बोर्ड की बैठक होने वाली है, उसमें उनके प्रस्ताव को रखा जाएगा।