मनमाना किराया वसूलने पर पिटे
मेरठ : रक्षाबंधन पर्व पर शनिवार को यात्रियों की जमकर फजीहत हुई। रोडवेज बसों में पैर रखने की जगह नहीं
मेरठ : रक्षाबंधन पर्व पर शनिवार को यात्रियों की जमकर फजीहत हुई। रोडवेज बसों में पैर रखने की जगह नहीं मिली। डग्गामार वाहनों में दिल्ली से मेरठ का किराया दोगुना वसूल किया गया। अवैध उगाही से नाराज यात्रियों ने एक डग्गामार बस को रुकवाकर चालक-परिचालक को जमकर पीटा। हंगामे के दौरान रोडवेज अधिकारी मूक दर्शक बने रहे।
आरटीओ व रोडवेज की शह पर बड़ी तादाद में डग्गामार बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं। शनिवार को दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, रुड़की, सहारनपुर, मुरादाबाद, हापुड़ व बुलंदशहर समेत विभिन्न रूटों पर जमकर डग्गामारी हुई। बस अड्डों के बाहर व मुख्य चौराहों से डग्गामार बसें व अन्य वाहन बेरोकटोक दौड़ते रहे। दिल्ली से आ रही सत्या की यूपी-15 सीटी-0756 में जमकर हंगामा हुआ। यात्रियों ने बताया कि दिल्ली से मेरठ का किराया 150 रुपये वसूल किया गया। वहीं गाजियाबाद, मुरादनगर व मोदीनगर से 100 रुपये किराया लिया गया। विरोध करने पर ड्राइवर-कंडक्टर ने एक नहीं सुनी। मेरठ पहुंचने पर फैज-ए-आम कालेज के पास यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। रोडवेज वर्कशॉप के सामने बस रुकवाकर यात्रियों ने ड्राइवर-कंडक्टर के साथ मारपीट की।
सूचना पर एआरएम संदीप अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि संयुक्त चेकिंग अभियान शुक्रवार को खत्म हो गया। इस दौरान एआरटीओ एसएस सिंह व दीपक शाह के फोन उन्होंने मिलाए, जो कि स्विच ऑफ थे। एआरटीओ विश्वजीत ने फोन उठाया, लेकिन यह कहकर रख दिया कि आज तो छुट्टी का दिन है, कोई नहीं पहुंच पाएगा।
एआरएम इधर-उधर टहलते हुए खुद को असहाय महसूस करते रहे, जबकि उनके सामने डग्गामार बसें दौड़ती रहीं। बस को सीज कराने के सवाल पर बोले कि मेरे पास पावर नहीं है। आरटीओ या ट्रैफिक पुलिस ही कार्रवाई कर सकती है। इस दौरान यात्रियों ने रोडवेज व आरटीओ पर मिलीभगत का आरोप भी लगाया। बहरहाल, हंगामे व मारपीट के चलते दिल्ली रोड पर जाम के हालात बने रहे।