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एसएसपी कार्यालय पर गरजे व्यापारी

मेरठ : शहर में बढ़ते अपराधों को लेकर व्यापारी वर्ग में उबाल है। शुक्रवार को संयुक्त व्यापार संघ के न

By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 01:45 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2015 01:45 AM (IST)
एसएसपी कार्यालय पर गरजे व्यापारी

मेरठ : शहर में बढ़ते अपराधों को लेकर व्यापारी वर्ग में उबाल है। शुक्रवार को संयुक्त व्यापार संघ के नेतृत्व में व्यापारियों ने एसएसपी कार्यालय पर हल्ला बोल दिया। घुसने से रोका गया तो व्यापारियों की पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। इसी दौरान इंस्पेक्टर को घूंसा मारने और टोपी उछालने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने भी व्यापारियों को धकेल दिया। एसएसपी से व्यापारियों ने कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने और अपराध रोकने की मांग की।

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संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता के नेतृत्व में व्यापारी कमिश्नरी पार्क के पास सड़क पर शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे जमा हुए। यहां से पैदल ही नारेबाजी करते हुए एसएसपी कार्यालय पहुंच गए। पहले से ही अलर्ट पुलिस ने कार्यालय का गेट बंद कर दिया और व्यापारियों को सड़क पर ही रोक दिया गया। व्यापारियों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए गेट बंद करने का विरोध किया। एसएसपी को बाहर बुलाने की मांग की और पुलिस कार्यालय के गेट पर चढ़कर जमकर नारेबाजी की। एसपी देहात मामला संभालने पहुंचे, लेकिन व्यापारियों ने बात करने से साफ इंकार कर दिया। कहा कि एसएसपी के अलावा किसी से बात नहीं करेंगे। एसपी देहात ने गेट खुलवा दिया। अंदर घुसने के दौरान एक व्यापारी ने पुलिस कार्यालय में तैनात इंस्पेक्टर सुधीर कुमार को घूंसा मार दिया। विरोध करने पर धक्का-मुक्की करते हुए इंस्पेक्टर की टोपी उछाल दी। पुलिसकर्मियों ने विरोध किया तो मामला तूल पकड़ गया। व्यापारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। टकराव के हालात हो चले। व्यापारी नेता इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने के नारे लगाने लगे और धरने पर बैठ गए। बाद में सभी को एसएसपी ने मिलने के लिए बुलाया। व्यापारियों ने बढ़ते क्राइम और घटनाओं का सही खुलासा नहीं होने का मुद्दा उठाया। केसरगंज चौकी के सामने लूट में रकम बरामद नहीं होना, रामगोपाल मर्डर केस में मामूली रकम मिलना और अनीता जैन हत्याकांड में अभी तक कोई खुलासा न होने को लेकर एसएसपी को घेरा गया। कंकरखेड़ा, देहली गेट और नौचंदी थाना प्रभारियों की शिकायत भी की। सवाल उठाया कि आखिर कारोबारी रामगोपाल की कार 72 घंटे तक कैसे पत्थरवालान में लावारिस खड़ी रही और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। थाना प्रभारियों, सीओ और अन्य अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की बात कही। एसएसपी दिनेश चंद दूबे ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी और चार्ज हटा दिया जाएगा। नवीन गुप्ता, सतीश चंद जैन, संजय जैन, सरदार दलजीत सिंह, पवन मित्तल, कमल ठाकुर, संजीव रस्तोगी, गौरव शर्मा, विपुल सिंघल, आशू रस्तोगी, विजय आनंद अग्रवाल, गजेंद्र शर्मा, बिल्लू त्यागी, सुनील गुप्ता, संदीप गोयल, लल्लू मक्कड़, राजीव गुप्ता, सरदार नरेंद्र सिंह, नवीन अग्रवाल, अमित शर्मा, संजय अग्रवाल, दिनेश अहलावत, प्रमोद जायसवाल, पंकज जेटली, मुन्ना भाई, इलियास, छोटे मिया, अकरम गाजी आदि मौजूद रहे।

मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में पुलिस

पुलिस कार्यालय पर लगे कैमरों की फुटेज पुलिस खंगाल रही है। पुलिस से हाथापाई करने वाले व्यापारियों को चिह्नित किया जा रहा है। एसएसपी दिनेश चंद दूबे ने बताया कि सभी को नोटिस भेजा जाएगा और इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी।


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