मोटीवेशन की पिच पर नाबाद लौटे श्रीकांत
मेरठ : गुजरे जमाने के ताबड़तोड़ बल्लेबाज श्रीकांत ने हाथ में माइक थामा तो यह उनका नया अवतार था। गढ़ रो
मेरठ : गुजरे जमाने के ताबड़तोड़ बल्लेबाज श्रीकांत ने हाथ में माइक थामा तो यह उनका नया अवतार था। गढ़ रोड़ स्थित बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में मोटीवेशन की पिच पर श्रीकांत ने लंबी पारी खेली। पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम, सचिन तेंदुलकर, एवं वीरेन्द्र सहवाग का उदाहरण देते हुए उन्होंने शिक्षकों एवं छात्रों को प्रेरित किया। करीब एक घंटे तक श्रीकांत डायस और माइक पर डटे रहे। क्रांतिधरा को शिक्षा एवं बेहतर नागरिक की सीख देने वाली धरा बनाने की अपील की।
पूर्व भारतीय कप्तान के. श्रीकांत दोपहर डेढ़ बजे बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे। प्राचार्य गोपाल दीक्षित ने उनका स्वागत किया। इसके बाद श्रीकांत सभागार में पहुंचे, जहां पर मेरठ के तमाम स्कूलों के प्राचार्य एवं बड़ी संख्या में छात्र इंतजार कर रहे थे। सबसे पहले श्रीकांत ने पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की सरलता एवं योगदान की तारीफ करते हुए उन्हें प्रेरक पुरुष बताया। शिक्षकों से कहा कि सौ फीसदी बच्चों को उत्तीर्ण बनाना कोई सफलता नहीं है, जब तक कैंपस से बेहतर नागरिक बनने की सीख न लेकर निकलें। उन्होंने सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि हमेशा नैसर्गिक व्यवहार करना चाहिए। इसी से व्यक्ति समाज में कोई अमिट छाप छोड़ सकता है। वीरेन्द्र सहवाग का उदाहरण देते हुए कहा कि इस क्रिकेटर का आत्मविश्वास उसकी पूंजी थी, जिसके बल पर दो बार तिहरा शतक बना गया। श्रीकांत ने वीरू से सीख लेते हुए किसी से न डरने की सीख दी। उन्होंने कहा कि छात्रों एवं शिक्षकों को अपना एनर्जी लेवल बनाकर चलना होगा। अगर किसी छात्र में कोई हुनर है तो स्कूल को उसकी कद्र करते हुए प्रोत्साहन देना चाहिए। मंत्र दिया कि दिल और दिमाग में द्वंद चलता रहता है, किंतु दिल की आवाज पर लिया गया निर्णय एवं दिखाई गई राह ज्यादातर सच्ची और ताकतवर साबित होती है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर से अनुशासन एवं लगन की सीख लेने की प्रेरणा दी। छात्रों को गुरुजनों एवं बड़ों का सम्मान करने की भी सीख दी। कार्यक्रम के अंत में बीडीएस ग्रुप के चेयरमैन धर्मेन्द्र कुमार ने श्रीकांत को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
इस दौरान सीवीपीएस के प्राचार्य प्रेम मेहता, सेंट जोंस की प्राचार्या चंद्रलेखा जैन, करन पब्लिक स्कूल की प्राचार्या प्रीति जोशी, केएल इंटरनेशनल के सुधांशु शेखर, मेरठ गर्ल्स पब्लिक स्कूल की प्राचार्या मृणालिनी अनंत, शांतिनिकेतन अकेडमी के चेयरमैन विशाल जैन समेत कई अन्य स्कूलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
सेल्फी लेने की रही होड़
पूर्व कप्तान श्रीकांत के साथ सेल्फी लेने में स्कूलों के प्राचार्य सबसे आगे रहे। इसके बाद छात्रों ने भी उनके साथ खूब फोटो खिंचवाए। इस दौरान श्रीकांत ने मजाकिया लहजे में बोलकर लोगों को गुदगुदाया भी। विद्यालय ने श्रीकांत के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री दिखाई तो वह रोमांचित हो गए। उनके आगमन से पहले कतारों में घंटों खड़े रहे छात्र-छात्राओं ने बाद में पसंदीदा क्रिकेट के साथ फोटो खिंचवाकर तसल्ली की। पीटीआई गौरव त्यागी, शालिनी, सविता, राजीव यादव, पायन एवं उज्जवल का भी विशेष योगदान रहा।