आरक्षण को लेकर जाट समाज ने भरी हुंकार
जागरण संवाददाता, मेरठ: केंद्रीय सेवाओं में जाट आरक्षण की मांग को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष
जागरण संवाददाता, मेरठ: केंद्रीय सेवाओं में जाट आरक्षण की मांग को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने सोमवार को हुंकार भरी। समिति ने अपनी चार मांगों को लेकर कमिश्नरी चौराहा स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में धरना दिया। धरने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अपर नगर मजिस्ट्रेट राम भरत तिवारी को दिया।
चौधरी चरण सिंह पार्क में यह धरना सुबह 11 बजे शुरू हुआ। प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र वर्मा ने कहा कि जाट आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को पूरे देश में जिला मुख्यालयों पर धरना दिया जा रहा है। यह धरना केंद्र सरकार को चेताने के लिए है। यदि केंद्र सरकार जाटों को आरक्षण देने व एक साल में आरक्षण के माध्यम से नौकरी पाने वाले सभी युवक-युवतियों को नौकरी देने में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो चार अगस्त को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का घेराव किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष चौधरी धर्मपाल सदर ने चेतावनी दी कि यदि आरक्षण देने में देरी की गई तो जाट समाज सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेगा। धरने को पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश भूड़पुर, जिला महामंत्री चौधरी विनेश सिंह तोमर, विवेक काजला, नरेंद्र, डीपी सिंह, संजय मलिक, कल्लू चेयरमैन, प्रदीप जाखड़, जयवीर सिंह, इलम सिंह, अमरदीप, रिचा चौधरी, सुदेश, अवध पाल, रामकुमार, सुजीत, वीर पाल सिंह, जितेंद्र, गजेंद्र पायल, जितेंद्र सिवाया व डा. नीरा तोमर आदि ने विचार रखे।
समिति ने गत 17 मार्च से पूर्व केंद्रीय नौकरियों या बैंकों की परीक्षा पास करने वालों को तुरंत कार्यभार ग्रहण कराने, केंद्र सरकार कानून बनाकर जाटों को केंद्रीय स्तर पर पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल करे। जिन प्रदेशों में अभी जाटों को आरक्षण नहीं मिला है वहां पर तुरंत दिलाने की मांग की। साथ ही हरियाणा प्रदेश का एसबीसी आरक्षण का मुद्दा पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हरियाणा सरकार केस की उचित पैरवी करे। इन चार मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। धरने में महिलाएं व युवा भी बड़ी संख्या में रहे। अध्यक्षता सत्यपाल सिंह व संचालन धर्मपाल सिंह ने किया।