पीके को टीम इंडिया में वापसी का भरोसा
मेरठ : आइपीएल के तूफानी सत्र में धमाल मचाकर अपने शहर लौटे मेरठ के दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने भाम
मेरठ : आइपीएल के तूफानी सत्र में धमाल मचाकर अपने शहर लौटे मेरठ के दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने भामाशार्ह पार्क में जमकर अभ्यास किया। हैदराबाद सनराइजर्स की ओर से नई गेंद शेयर करने वाले मेरठी खिलाड़ियों ने आइपीएल के अनुभव को शानदार बताया। सटीक गेंदबाजी के दम पर बड़े बड़ों को छकाने वाले प्रवीण कुमार ने दावा किया कि वह टीम इंडिया में वापसी करने की भरपूर क्षमता रखते हैं। उन्होंने भुवी और कर्ण शर्मा की जमकर प्रशंसा की।
आस्ट्रेलिया दौरे एवं वर्ल्ड कप के बाद आईपीएल की भागदौड़ से निपटकर भुवनेश्वर कुमार गत एक सप्ताह से भामाशाह पार्क में अभ्यास करने पहुंच रहे हैं। कड़ी धूप और उमस के बावजूद उनकी क्रिकेट की लगन नए क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बन रही है। हैदराबाद सनराइजर्स की ओर से बेहतरीन इकोनोमी से गेंदबाजी करने वाले भुवी ने गुरुवार को विक्टोरिया पार्क में घंटों तक अभ्यास किया। गत सत्र में रन बनाने के लिए जूझ रहे दोनों क्रिकेटरों ने बल्ले पर भी हाथ आजमाया। भामाशार्क पार्क के नवोदित पेसरों और स्पिनरों पर दोनों ने लंबा अभ्यास किया। स्टेडियम के प्रशिक्षु क्रिकेटरों ने दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेरों को अपने बीच पाकर उत्साह के साथ क्रिकेट खेला। प्रवीण कुमार ने कहा कि आइपीएल में वह अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और भारतीय टीम में अपनी वापसी के लिए जबरदस्त मेहनत कर रहे हैं। अपने साथी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने वक्त के साथ तेजी से सीखा है और खूबसूरत स्विंग के साथ नियंत्रित गेंदबाजी भुवी को अन्य गेंदबाजों से अलग करती है। पीके ने कहा कि वर्ल्ड कप में भारत ने शानदार क्रिकेट खेला, किंतु अंतिम क्षणों में अवसर हाथ से निकल गया। माना कि टीम में कई प्रतिभाशाली क्रिकेटरों के होते हुए वापसी की राह आसान नहीं रही। मेरठ के स्पिनर कर्ण शर्मा को पीके ने बेहतरीन लेग स्पिनर बताया। कहा कि हैदराबाद सनराइजर्स की टीम में तीनों ने गजब के सामंजस्य के साथ गेंदबाजी की, हालांकि टीम जीत का लक्ष्य तय नहीं कर पाई। भुवनेश्वर कुमार बांग्लादेश दौरे से पहले अपने घरेलू मैदान पर जमकर पसीना बहा रहे हैं। माना जा रहा है बांग्लादेश की धीमी पिचों पर भुवी सर्वाधिक असरकार पेसर साबित होंगे। अभी तक का रिकार्ड बताता है कि भुवी धीमी पिचों पर तेज खेल पटिटयों के मुकाबले ज्यादा असरदार साबित हुए हैं।