सीसीएसयू के डिबार पर भारी पड़ रहे जुगाड़
मेरठ: चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के डिबार पर जुगाड़ भारी पड़ रहा है, दरअसल विश्वविद्यालय हर साल अनुशास
मेरठ: चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के डिबार पर जुगाड़ भारी पड़ रहा है, दरअसल विश्वविद्यालय हर साल अनुशासनहीनता, नकल आदि के आरोप में सैकड़ों छात्रों को परिसर से डिबार करता है, लेकिन डिबार छात्र विवि को ठेंगा दिखाकर दोबारा से कोर्स में दाखिला करा रहे हैं।
विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं की कापियों में ऐसा देखा गया है कि कई छात्र उसमें गाली लिखकर परीक्षक को प्रताड़ित करने की कोशिश करते हैं। कुछ दिन पूर्व विश्वविद्यालय की कापी में एक परीक्षार्थी ने इस तरह की गाली लिखी थी, जिसे पढ़कर परीक्षकों के होश उड़ गए। आनन-फानन में छात्र को सबक सिखाने के लिए विवि ने कमेटी बनाकर हमेशा के लिए उसे डिबार कर दिया। विवि के आंकड़ों के अनुसार एक साल में काफी संख्या में परीक्षार्थियों को डिबार किया गया है। ज्यादातर छात्रों को तीन साल के लिए परिसर से डिबार किया गया है, जबकि कुछ को हमेशा के लिए डिबार किया गया। डिबार किए गए छात्रों में यह मामला सामने आ रहा है कि स्नातक प्रथम वर्ष जिन छात्रों को डिबार किया गया है। वह दोबारा से नए एडमिशन लेकर परिसर में प्रवेश ले रहे हैं। ऐसे छात्रों को रोकने के लिए इनरोलमेंट नंबर मुख्य साधन होता है, लेकिन विवि में इनरोलमेंट नंबर न जमा करके छात्र मिली भगत करके दाखिला करा रहे हैं। विवि के पास ऐसा कोई डिजिटल सिस्टम नहीं है, जिससे वह डिबार किए गए छात्रों की पहचान करके उसे पकड़ सके। हालांकि विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. एचएस ंिसंह का कहना है कि किसी भी छात्र का इनरोलमेंट नंबर एक ही होता है, वह नहीं बदलता है, डिबार छात्र आते हैं तो इनरोलमेंट नंबर से उनकी पहचान हो जाती है।