'अभिनय के बहाने इतिहास से हुए वाकिफ'
मेरठ : ऐतिहासिक किरदारों को दर्शक भरपूर पसंद करते हैं। इनके बहाने लोग इतिहास के तमाम अनछुए पहलुओं
मेरठ : ऐतिहासिक किरदारों को दर्शक भरपूर पसंद करते हैं। इनके बहाने लोग इतिहास के तमाम अनछुए पहलुओं से रूबरू हो रहे हैं, जो भागदौड़ की जिंदगी में किताबों से नहीं मिल पा रहा। साथ ही कलाकार भी भारत के अतीत से वाकिफ हो पाता है। कलर्स चैनल पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक 'सम्राट अशोक' के बिंदुसार और हेलेना शनिवार को मेरठ में थे। उन्होंने होटल क्रिस्टल पैलेस में आयोजित प्रेस वार्ता में ऐतिहासिक पोशाक में ही लोगों से परिचय प्राप्त किया। इसी वेशभूषा में उन्हें नौचंदी मेले में पाकर प्रशंसक भी हैरान रह गए।
भूमिका निभाकर जाना इतिहास
बिंदुसार का पात्र निभा रहे मराठी कलाकार समीर धर्माधिकारी ने कहा कि उन्हें मगध और पाटलिपुत्र जाने का अवसर नहीं मिला, किंतु भौगोलिक स्थिति समझने के लिए करजत स्थित स्टूडियो में भरपूर तैयारी की गई। विशेषज्ञों से तत्कालीन इतिहास की बारीकियां समझी गई। समीर ने माना कि महाराष्ट्र में रंगमंच की परंपरा अब भी मजबूत बनी हुई है और नई प्रतिभाएं बड़े पर्दे पर मुकाम बना रही हैं। समीर ने कहा कि वह तीसरी बार राजा की भूमिका निभा रहे हैं। इससे पहले हाल में प्रसारित महाभारत में भीष्म के पिता का रोल किया गया था। पुणे से मैकेनिकल इंजीनिय¨रग में डिप्लोमा करने वाले समीर ने कहा कि स्टूडियो में मिनी बिहार बनाकर सम्राट अशोक के जमाने की संस्कृति को काफी हद तक महसूस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आधुनिक पटकथा के सापेक्ष ऐतिहासिक पात्रों की भूमिका निभाना ज्यादा कठिन है। समीर ने मेरठ की संस्कृति को अद्भुत बताया।
हिन्दी की दीवानी हुई जर्मन की सुजेन
चंद्रगुप्त मौर्य की ग्रीक रानी की भूमिका निभा रहीं जर्मन की सुजेन बर्नेट ने भी अपने अनुभवों को साझा किया। आमिर खान समेत तमाम बड़े सितारों के साथ भूमिका निभा चुकीं सुजेन ने माना कि सीरियलों की दुनिया तेजी से लोकप्रिय होने के साथ ही नए कलाकारों को भरपूर मंच मिल रहा है। सुजेन भारत के इतिहास पर गदगद नजर आई। झांसी की रानी सीरियल में काम कर चुकीं सुजेन ने बताया कि उन्होंने अपने पति आशीष मिश्रा से हिन्दी सीखी।