'कैसे लटके रहे चौराहों पर जानवर, हड़तालियों को बर्खास्त करो'
मेरठ : मेरठ में सफाईकर्मियों की हड़ताल का गतिरोध टूटता नजर नहीं आ रहा है। नगर विकास मंत्री आजम खां के
मेरठ : मेरठ में सफाईकर्मियों की हड़ताल का गतिरोध टूटता नजर नहीं आ रहा है। नगर विकास मंत्री आजम खां के आने से पहले लग रहा था कि मसले में कुछ बीच का रास्ता निकलेगा, लेकिन शुक्रवार को आजम के तेवर तल्ख रहे। उन्होंने दो टूक कहा कि हड़ताली सफाईकर्मियों की मांगे नाजायज हैं और शासन इन्हें किसी सूरत में नहीं पूरा कर सकता। पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के आला अधिकारियों को नगर विकास मंत्री ने जमकर लताड़ा और कहा कि मुझे 24 घंटे के भीतर शहर की सफाई व्यवस्था सुचारू चाहिए। सफाई कर्मचारी स्थायी हो या संविदा, जो काम न करे बर्खास्त करो। मंत्री जी ने तेवर भरे लहजे में कहा कि जिला पंचायत से सफाईकर्मी लो, आउटसोर्सिग करो, दूसरों जिलों से बुलाओ, लेकिन शहर साफ कराओ।
कैसे लटके रहे चौराहों पर जानवर
9 दिन से चल रही हड़ताल को समाप्त होता न देख शुक्रवार को नगर विकास मंत्री आजम खां खुद मेरठ पहुंच गए। कमिश्नरी सभागार में प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के आला अधिकारियों व सपा विधायकों के साथ बैठक की। उन्होंने मंडलायुक्त, आइजी, डीआइजी, एसएसपी, डीएम समेत सभी अधिकारियों से पूछा कि मुझे जवाब दो कि शहर के चौराहों पर मरे पशुओं के शव कैसे लटकाने दिए गए?
विधायकों को भी फटकारा
बैठक में मौजूद विधायक गुलाम मोहम्मद, प्रभुदयाल वाल्मीकि तथा एमएलसी सरोजनी अग्रवाल से भी उन्होंने इन हालात पर सवाल किया। कहा-आप लोगों ने भी सक्रियता नहीं दिखाई। यदि 50-50 लोग लेकर निकलते तो शहर गंदा न रहता। उन्होंने डीजीसी से ऐसी धाराओं और नियमों की जानकारी ली, जिनके तहत हड़तालीकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
रामपुर से मंगा लो कर्मचारी
आजम खां ने कहा कि आउटसोर्सिग पर कर्मचारी रख लो। जरूरत पड़े तो रामपुर से भी कर्मचारी मंगाए जा सकते हैं। आइजी ने सुझाव दिया कि बांदा से देशभर में कर्मचारी जाते हैं।
..तो धर्म परिवर्तन को जाना होगा दिल्ली
आजम खां ने हड़ताली सफाई कर्मियों की धर्मपरिवर्तन की धमकी पर चुटकी ली। बोले, धर्म बदलने के लिए तो दिल्ली जामा मस्जिद जाना होगा। यहां तो धर्मपरिवर्तन नहीं हो पाएगा।
शासन को मत भेजिए वेतनवृद्धि का कोई प्रस्ताव
आजम खां ने कहा कि 14,490 रुपये मासिक वेतन केवल उन संविदा कर्मियों को दिया जाएगा जो नियमित प्रक्रिया के तहत भर्ती हुए हैं। मेरठ नगर निगम मेरठ में ऐसा एक भी कर्मचारी नहीं है। यहां सारी भर्तियां भाई-भतीजावाद से हुई हैं। उन्होंने अफसरों को दो टूक कहा कि सरकार को वेतनवृद्धि का कोई प्रस्ताव न भेजा जाए,ऐसा प्रस्ताव आप लोग अपने दम पर स्वीकार करें। सपा के आधा दर्जन पार्षद आजम खां से मिलने कमिश्नरी पहुंचे थे, लेकिन उन्हें जवाब मिला कि मंत्री जी नहीं मिलेंगे।