शहर में ई-रिक्शा की फौज, जनता परेशान चालकों की मौज
मेरठ : मेरठ शहर में ई-रिक्शा की फौज आ गई है। शहर की सड़कों पर घूम रही कई हजार ई-रिक्शा की संख्या हाथ
मेरठ : मेरठ शहर में ई-रिक्शा की फौज आ गई है। शहर की सड़कों पर घूम रही कई हजार ई-रिक्शा की संख्या हाथ की रिक्शा से भी ज्यादा हो गई है। ई-रिक्शा और ऑटो-टेंपो की फौज ने शहर की यातायात व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है।
लगभग दो साल से देश भर में शहरों की सड़कों पर ई-रिक्शा (बैट्री चलित) दौड़ रहे हैं। शहरों के पर्यावरण के लिए मुफीद पाते हुए केंद्र सरकार ने इन्हें मानकों की कसौटी पर परखने के बाद रजिस्ट्रेशन, परमिट तथा चालकों को ड्राइविंग लाइसेंस देने की अनुमति दी थी। तभी से परिवहन अधिकारी ई-रिक्शा तथा उनके चालकों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन आज तक एक भी ई-रिक्शा का न तो पंजीकरण हुआ और न ही किसी चालक ने लाइसेंस लिया, जबकि शहर में इनकी संख्या दो हजार से भी ज्यादा पहुंच गई है।
अब डंडा चलाने की तैयारी
आरटीओ प्रवर्तन आर के वर्मा ने बताया कि अब शहर की सड़कों पर दौड़ रहे एक एक ई-रिक्शा को पकड़कर उसका चालान किया जाएगा। 12 जुलाई तक एक एक ई रिक्शा का पंजीकरण होना जरूरी है।