हाय री तबाही : चार कंधों पर चार और किसान
मेरठ : कुदरत के कहर से बरबाद फसलों का सदमा किसान सहन नहीं कर पा रहे। पिछले चौबीस घंटों में में चार औ
मेरठ : कुदरत के कहर से बरबाद फसलों का सदमा किसान सहन नहीं कर पा रहे। पिछले चौबीस घंटों में में चार और किसानों ने दम तोड़ दिया। सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
पहली मौत गांव दरियापुर के किसान प्रवीण की हुई। प्रवीण, रविवार की सुबह खेत पर गए थे। गेहूं की दम तोड़ चुकी बालियों को देखकर उनका भी दम निकल गया। मृतक किसान प्रवीण को तीन बेटियां व एक बेटा है। एसडीएम मवाना अर¨वद ¨सह व तहसीलदार महेंद्र बहादुर ¨सह मौके पर पहुंचे और सहायता का आश्वासन दिया है।
दूसरी मौत पांच लाख रुपये के कर्ज में डूबे पांची निवासी किसान बेघराज पुत्र मनफूल (65) की हुई। बेटे कंछिद ने बताया कि इस बार बीस बीघा गेहूं की फसल थी। लेकिन बारिश ने सब कुछ तबाह कर दिया। शनिवार शाम उसके पिता खेत पर गए तो गेहूं की फसल देख सदमा लग गया। सीने में दर्द हुआ और वह, वहीं गिर गए। बताया कि उन पर पीएनबी का तीन लाख लोन व पराग डेयरी का पचास हजार और को-ऑपरेटिव बैंक का भी एक लाख रुपये व अन्य कर्ज भी था। अंतिम संस्कार के बाद तहसीलदार रमेशचंद यादव व कानूनगो श्यामवीर सिंह आदि पहुंचे और नुकसान का आकलन किया।
दौराला प्रतिनिधि के अनुसार तीसरी मौत नंगली आजड़ निवासी महक ¨सह पुत्र नारायण ¨सह की हुई। उसकी चार बीघा से ज्यादा गेंहू की फसल बर्बाद हो गयी थी। किसान की मौत से परिजनो में कोहराम है। एसडीएम शिवकुमार का कहना है कि परिजनों ने मृतक का पीएम नहीं कराया है। इस कारण किसान दुर्घटना बीमा मिलना मुश्किल हो सकता है। मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए व परिवारिक लाभ योजना के लिए संस्तुति की जा रही है। नंगली गांव पहुंचे एसडीएम सरधना, तहसीलदार ने परिजनों को मदद के तौर पर तीस हजार रुपए व सपा नेता अतुल प्रधान ने 11 हजार दिए।
मवाना प्रतिनिधि के मुताबिक क्षेत्र के गांव मवाना खुर्द में रविवार सुबह खेत पर गए लगभग 70 वर्षीय किसान धर्मपाल की अचानक तबियत बिगड़ गई। मेरठ ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों के मुताबिक मृतक पर ढाई लाख का बैंक कर्ज है और हार्ट फेल होने से उनकी मौत हुई। एसडीएम अर¨वद ¨सह मवाना खुर्द में मृतक के घर पहुंचे और हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।
फोटो परिचय
मावा 11 : मृतक धर्मपाल की फाइल फोटो।