खेल के मैदान में एक हुई दो संस्कृतियां
मेरठ : प्राचीन काल से ही विभिन्न संस्कृतियां खेल के माध्यम से एक दूसरे से मिलती और सीखती आ रही हैं।
मेरठ : प्राचीन काल से ही विभिन्न संस्कृतियां खेल के माध्यम से एक दूसरे से मिलती और सीखती आ रही हैं। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर श्रीलंका के खिलाड़ियों व मेरठ के युवा खिलाड़ियों ने खेल व सांस्कृतिक समागम में हिस्सा लिया। पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय प्रतियोगिता के पहले दिन शनिवार को खिलाड़ियों ने बेहतरीन आपसी सामंजस्य का नमूना पेश किया।
मास्टर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (एमएसएम) व ब्लोसम्स स्कूल मेरठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एथलेटिक प्रतियोगिता में आनंद स्कूल श्रीलंका के खिलाड़ियों ने ज्ञानोदय स्कूल मेरठ व पीएमजी इंटरनेशनल स्कूल मेरठ के युवा खिलाड़ियों के साथ हिस्सा लिया। खेल का शुभारंभ संस्थान के संस्थापक सुधीर शर्मा की पत्नी स्मिता शर्मा व प्रो. मोहम्मद मसूद अहमद ने किया। श्रीलंकाई प्रतिनिधि की ओर से मास्टर इंचार्ज डब्ल्यू रुआन पाथीरणा व मुख्य कोच आनंदा अथुकोरला ने उनका साथ दिया। उपस्थित अतिथियों ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल के माध्यम से चौमुखी विकास होने के साथ ही जीवन में व्याप्त कठिनाइयों से भी लड़ने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्कृतियों के बीच इस तरह के समागम होते रहने चाहिए, जिससे आपसी मेल-जोल को बढ़ाया जा सके।
ये बने विजेता
शनिवार को चार तरह की दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद आदि गेम आयोजित हुए। इनमें 1500 मीटर की दौड़ में श्रीलंका के धावक सामेंद्र ने प्रथम, ज्ञानोदय के संदीप ने द्वितीय व पीजीएज के निखिल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं 100 मीटर की दौड़ में भी श्रीलंका के धावक प्रथम व द्वितीय स्थान पर काबिज रहे, जबकि तीसरा स्थान ब्लोसम के फैजम के नाम रहा। छात्राओं की 100 मीटर रेस में पीजीएम की दीक्षा प्रथम, ब्लोसम की मंताशा द्वितीय व ज्ञानोदय की सोनिया तीसरे स्थान पर रही। सभी विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। आयोजन को सफल बनाने में पीटीएस के प्रधानाचार्य डीआइजी महेश कुमार मिश्र, ब्लोसम के निदेशक अविनाश सिंह अगल, प्रधानाचार्या बिंदू मुदगल, डा. सतेंद्र सोम, अरविंद शर्मा आदि की प्रमुख भूमिका रही।