डा. अंबेडकर ने समता, समानता को किया संघर्ष
मेरठ : सामाजिक समरसता मंच की ओर से शनिवार को दिल्ली रोड स्थित चेम्बर ऑफ कॉमर्स में डा. अम्बेडकर जयंत
मेरठ : सामाजिक समरसता मंच की ओर से शनिवार को दिल्ली रोड स्थित चेम्बर ऑफ कॉमर्स में डा. अम्बेडकर जयंती समारोह मनाया गया। मुख्य वक्ता आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने कहा कि बाबा साहेब मानते थे कि ¨हदू धर्म शास्त्रों में अस्पृश्यता नहीं है। वेदकालीन शिक्षा में अस्पृश्यता को स्थान नहीं था, सब समान थे। बोले कि डा. अम्बेडकर ने समाज में समता व समरसता के लिए जीवनभर संघर्ष किया।
उन्होंने कहा कि जो जातिवादी है, वह राष्ट्रवादी नहीं है। स्वराज्य संघर्ष से भी अधिक महत्वपूर्ण है ¨हदू समाज का गठन। बाबा साहेब ने कहा था कि अगर ¨हदू संगठित नहीं हुआ तो यह ईसाई, मुस्लिम व कम्युनिस्टों का भक्त बन जाएगा। वह देश, धर्म, संस्कृति को सर्वाेच्च मानते थे। नगीना के सांसद डा. यशवन्त सिंह ने कहा कि डा. अम्बेडकर का व्यक्तित्व व्यापक है, जिसे कोई नहीं समझ सकता। उन्होंने समाज में समरसता की जरूरत बतायी। सैन्य फार्म के पूर्व निदेशक चरण सिंह ने कहा कि डा. अम्बेडकर ने कोलम्बिया विवि से तीन डिग्रियां लीं। बेस्ट स्कॉलर की उपाधि उन्हें मिली।
मुख्य अतिथि सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि डा. अम्बेडकर के व्यक्तित्व की गहराई व ऊंचाई को आंका नहीं गया। उनके मार्ग पर चलने का अर्थ वंचितों की समस्याओं का निराकरण व उन्हें मन से गले लगाकर प्रेम, आदर संग उत्थान को काम करना है। महानगर संघ चालक विनोद भारतीय, मंच के संयोजक गंगाचरण निगम व कु. सारिका ने भी विचार रखे। अध्यक्षता पूर्व डीएसपी सहन्सर पाल सिंह व संचालन डा. पायल ने किया। इस मौके पर डा. चरण सिंह लिसाड़ी, अनुराग कुमार, वीर सिंह सैनी, भंवर सिंह तोमर, फूल सिंह, राजेंद्र प्रेमी, हरवीर पाल, गंगा प्रकाश, डा. अंजू वारियर, संगीता पंडित, सरला शर्मा, रीता सिंह, संध्या सिंह आदि मौजूद रहे।