Move to Jagran APP

सराफा बाजार की बंदी से आठ करोड़ का कारोबार प्रभावित

मेरठ: उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के आह्वान पर शुक्रवार को सराफा कारोबारियों ने बंद रखा। मेरठ के साथ

By Edited By: Published: Sat, 18 Apr 2015 02:27 AM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2015 02:27 AM (IST)
सराफा बाजार की बंदी से आठ करोड़ का कारोबार प्रभावित

मेरठ: उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन के आह्वान पर शुक्रवार को सराफा कारोबारियों ने बंद रखा। मेरठ के साथ ही आसपास के जनपद व उत्तराखंड में भी बंद रहा। एक दिन के बंद से अकेले मेरठ में आठ करोड़ का सराफा कारोबार प्रभावित रहा। वहीं सरकार को भी भारी राजस्व से वंचित होना पड़ा।

loksabha election banner

एक लाख रुपये से अधिक की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता के विरोध में प्रदेशव्यापी सराफा कारोबार बंद रखने का ऐलान किया गया था। शुक्रवार सुबह से आबूलेन, शहर सर्राफा, नील गली, लाला का बाजार, सेंट्रल मार्केट, बच्चा पार्क, बेगमपुल, सदर आदि क्षेत्रों में सराफा तथा व्यापारी एसोसिएशन की गाड़ियां घूम-घूम कर शोरूम एवं दुकानें बंद कराती रहीं। इसका व्यापक असर भी दिखाई दिया। शहर भर में सराफा कारोबारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। नामचीन शोरूम के साथ ही दुकानें भी बंद रहीं।

मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन की मंदिर महादेव सराफा बाजार में बैठक की गयी। अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल व महामंत्री सर्वेश सर्राफ ने बताया कि नई व्यवस्था से सराफा कारोबार चौपट हो जाएगा। सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी पहुंचे और व्यापारियों को आश्वासन दिया। सदर व्यापार संघ के अध्यक्ष राजकुमार भारद्वाज की अगुवाई में बाजार बंद कराया गया।

वहीं सराफा व्यापार एसोसिएशन नील गली के महामंत्री दिनेश रस्तोगी, सोना चांदी व्यापार संघ के अध्यक्ष संत कुमार वर्मा की अगुवाई में बड़ी संख्या में व्यापारियों ने नई नीति का विरोध किया। सांसद को ज्ञापन देते हुए कहा कि केंद्र सरकार का यह नीति किसान, व्यापारी और उपभोक्ता किसी के भी हित की नहीं है। उन्होंने कहा कि इस नीति को किसी भी सूरत में लागू नहीं होने दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो सराफा व्यापारी सड़कों पर उतरने से भी नहीं हिचकेंगे। सर्वेश सर्राफ ने बताया कि रोजाना 5 से 10 करोड़ के बीच सराफा कारोबार अकेले मेरठ में होता है। करीब 8 करोड़ रुपये का व्यापार शुक्रवार को बंदी के कारण प्रभावित हुआ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.