किसानों ने मिल मालिक के पुतले की अर्थी निकाल गन्ने की होली जलाई
मेरठ : बकाया भुगतान को लेकर आंदोलनरत किसानों ने गुरुवार को धरना स्थल गन्ना समिति से चीनी मिल गेट तक
मेरठ : बकाया भुगतान को लेकर आंदोलनरत किसानों ने गुरुवार को धरना स्थल गन्ना समिति से चीनी मिल गेट तक मिल मालिक के पुतले की अर्थी निकालकर नारेबाजी करते हुए पुतले व गन्ने की होली जलाई। किसानों के प्रदर्शन के दौरान मिल गेट बंद कर दिया गया। किसानों के जाने के बाद ही मिल गेट खुला।
गन्ना समिति में जनहित किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में चल रहे क्रमिक अनशन एवं धरने का गुरुवार को 61वां दिन था। किसानों ने धरना स्थल पर होली न मनाने का संकल्प लिया। आंदोलनरत किसानों ने धरना स्थल से मिल मालिक के पुतले की कथित अर्थी का जुलूस मिल गेट तक निकाला। किसानों को जुलूस की शक्ल में आते देख मिल गेट पर तैनात गार्डो ने अंदर से गेट बंद कर लिया। किसानों ने पुतले को गेट के समक्ष ही फूंका और प्रदर्शन कर गन्ने की होली जलाई। प्रदर्शन में पूर्व विधायक गोपाल काली, छात्र नेता आदेश प्रधान, संघर्ष समिति के मलखान ¨सह, शिव कुमार, नेपाल ¨सह, भोपाल, कालूराम, जगदीश, रामफूल आदि थे।
प्रदर्शन के बाद किसान वापस गन्ना समिति में धरने पर बैठ गए। धरने पर मवाना शुगर मिल द्वारा भुगतान न होने के विरोध में किसानों से होली न मनाने की अपील की गई। कहा कि किसानों के पास होली मनाने के लिए पैसा नहीं है। जगवीर ¨सह गांवड़ी ने कहा कि किसानों का इतिहास में पहली बार इतना अधिक उत्पीड़न पहली बार कर रहा है। मिल मालिक की गिरफ्तारी न होना प्रशासन की सांठगांठ को उजागर करता है। पूर्व प्रधान राजपाल ¨सह ने कहा कि गन्ना भुगतान के लिए किसान संघर्ष समिति को जेल भरो आंदोलन करना चाहिए। कहा कि हम किसानों के लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं।
आदेश प्रधान ने कहा कि पुलिस ने उन्हे झूठे मुकदमे में जेल भेजने का काम किया है। सतीश रावल ने कहा कि आज किसान भूखों मरने की स्थिति में हैं। जब तक भुगतान नही होगा हम यहां से धरना नही उठाएंगे।
क्रमिक अनशन पर भोपाल ¨सह, कालूराम, जगदीश, रामफूल बैठे। धरने की अध्यक्षता मलखान ¨सह व संचालन संग्राम ¨सह ने किया। आजाद, ओमवीर, प्रदीप, रणवीर ¨सह, विजयपाल ¨सह, टेकचंद, राजवीर, ब्रजपाल आदि रहे।