कनेक्शन में झूमकर बरसे बदरा
मेरठ : मार्च का पहला रविवार जब होली का समां बना रहा था और धीरे-धीरे कनेक्शन का आयोजन भी रंगीन कलेवर
मेरठ : मार्च का पहला रविवार जब होली का समां बना रहा था और धीरे-धीरे कनेक्शन का आयोजन भी रंगीन कलेवर ले रहा था तो न जाने कैसे इसकी भनक बादलों को लग गई। सुबह पांच बजे लोगों से पहले बारिश ही वहां पहुंच गई और विदआउट बीट जमकर धमाल मचाया।
सेंट्रल मार्केट की व्यस्त गलियों से निकलकर कनेक्शन कार्यक्रम इस बार कैंट क्षेत्र के गांधी बाग पहुंचा था। दैनिक जागरण और आइनेक्स्ट ने इस रविवार लोगों को होली के रंग में रंगने की प्लानिंग की थी। ऐसे में बारिश ने स्वत: संज्ञान लिया और लोगों को भिगोने पहुंच गई, लेकिन बेचारी बरखा रानी को क्या पता था कि एक बार उनकी मस्ती शुरू हुई तो उन्हें देखकर अभी-अभी फेयरवेल लेकर गई सर्दी बहन भी यू-टर्न ले लेगी। हुआ भी लगभग ऐसा ही, कनेक्शन में कुछ लोग तो पहुंचे जो बारिश से बचते ही नजर आए। हुनरमंच, गेम्स स्पॉट और भी कई स्टॉल वैसे तो खाली रहे, लेकिन धीरे-धीरे लोग इकट्ठा होने लगे और मन में कहीं उठने लगा कि भई बारिश तो रुकने वाली नहीं तो हम क्यों रुकें। वहीं पास में फूलों की होली के लिए गुलाब-गेंदे के फूल रखे थे, इन्हें देखकर कुछ बच्चे आपस में ही मस्ती करने लगे और एक दूसरे पर फूल फेंकने लगे। बारूद में थोड़ी चिंगारी ही लगनी थी और स्पार्क सबमें थोड़ा-थोड़ा हुआ। इस बार तो एंकर व सिंगर नावेद को भी अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ी, क्योंकि हर हाथ में थे फोन और बीट्स बचने लगी बलम पिचकारी और थोड़ा-थोड़ा सभी झूमने लगे। अब लोगों से रहा नहीं गया। बीट्स डांस ग्रुप के कोरियोग्राफर समीर के साथ छतरी-रेनकोट छोड़ स्टेज पर ही पहुंच गए और बारिश के साथ कदमताल मिलाते हुए फूलों की होली भी खेली। हर बार की अपेक्षा ये सब कुछ बेहद कम समय करीब 30-45 मिनट ही चला। इसी बीच दैनिक जागरण ने लोगों के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए रविवार का प्रोग्राम आखिर निरस्त ही कर दिया। कैंट क्षेत्र के लिए कनेक्शन का यह पहला अनुभव था इसलिए लोग बारिश में भी इसकी मस्ती से रू-ब-रू होना चाहते थे। जागरण व आइनेक्स्ट परिवार ने उनसे यहीं विदा ली और अगले सप्ताह जोरदार धमाल के साथ वापसी का वायदा भी किया।
इन्होंने कहा..
जब पता चला कि कनेक्शन प्रोग्राम हमारे क्षेत्र में होने वाला है। हम तभी से उत्साहित थे, लेकिन बारिश ने थोड़ा निराश किया। बावजूद बहुत मजा आया।
- शशि नैय्यर।
होली का मजा जागरण परिवार के साथ ये अहसास तो रोमांचक था ही, लेकिन बारिश में भी हम इतने एडवेंचर कर सकते हैं ये नहीं पता था। कुछ देर का ही सही, लेकिन सभी ने इंज्वाय किया।
- संजना।