गोडसे की प्रतिमा स्थापना रोकने को भारी पुलिसबल तैनात
मेरठ : शारदा रोड पर अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यालय में नाथू राम गोडसे की प्रतिमा स्थापित व हवन
मेरठ : शारदा रोड पर अखिल भारत हिन्दू महासभा के कार्यालय में नाथू राम गोडसे की प्रतिमा स्थापित व हवन यज्ञ करने की घोषणा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। प्रतिमा स्थापना रोकने के लिए क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुबह हवन की तैयारी कर रहे कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए पुलिस ने हवन सामग्री आदि कब्जे में ले ली। कांग्रेस समेत कई दल गोडसे की प्रतिमा स्थापना का विरोध कर रहे हैं। उत्तराखंड के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कार्यकर्ताओं के साथ कमिश्नरी पर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि किसी भी कीमत पर महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे की प्रतिमा स्थापित नहीं करने दी जाएगी।
अखिल भारत हिंदू महासभा और ओम शिव महाकाल सेवा समिति की ओर से तीस जनवरी को शारदा रोड स्थित महासभा के कार्यालय पर हवन-यज्ञ के साथ गोडसे की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की गई थी। करीब एक माह पूर्व इस घोषणा के बाद लगभग पन्द्रह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके बावजूद सभा के पदाधिकारी बराबर प्रतिमा स्थापित करने व हवन यज्ञ की घोषणा करते आ रहे थे। गुरुवार शाम जब इन कार्यकर्ताओं की हलचल बढ़ी तो पुलिस प्रशासन भी अपनी तैयारी में जुट गया। रात में ही पुलिस वहां पहुंच गई और कार्यकर्ताओं को प्रतिमा स्थापित करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। शुक्रवार सुबह जैसे ही पदाधिकारी व कार्यकर्ता हवन की तैयारी में जुटे तो पुलिस ने हवन सामग्री आदि कब्जे में ले ली और वहां मौजूद दर्जनभर कार्यकर्ताओं को कार्यालय में बिठा दिया। महासभा के कार्यकारिणी सदस्य पंडित अशोक शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें नजरबंद कर दिया है। हालांकि एसीएम का कहना है कि किसी को नजरबंद नहीं किया गया। क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है, इसलिए चार से ज्यादा लोगों को एक जगह एकत्रित नहीं होने दिया जा रहा है। किसी को आने जाने से नहीं रोका जा रहा है। अशोक शर्मा का कहना है कि़ वे गोडसे के अनुनायी हैं इसलिए गोडसे की प्रतिमा स्थापित करना चाह रहे थे, लेकिन जिस स्थान पर प्रतिमा स्थापित की जानी थी उस स्थान को प्रशासन ने सील कर दिया है। कहा कि उन्होंने इस मामले में याचिका भी दायर कर रखी थी, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। वे मामले को लेकर जल्द ही हाईकोर्ट जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि वे आज हवन-यज्ञ करना चाह रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन ने वह भी नहीं करने दिया। सूत्रों की मानें तो प्रशासन को यह डर है कि जरा भी ढील दी गई तो यह भी संभव है कि सभा के कार्यकर्ताओं ने कहीं प्रतिमा छिपाकर रखी हो और स्थापित करने के प्रयास पर टकराव हो जाए। एसपी सिटी ओमप्रकाश ने चेतावनी दी है कि माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कई थानों की पुलिस व पीएसी के साथ ही एक एसीएम की तैनाती कर दी गई है।