वीसी ने रजिस्ट्रार को किया बाहर, कार्यालय में जड़ा ताला
मेरठ : चौ. चरण सिंह विवि में पिछले कई महीने से चल रही कुलपति और रजिस्ट्रार की कागजी और जुबानी लड़ाई
मेरठ : चौ. चरण सिंह विवि में पिछले कई महीने से चल रही कुलपति और रजिस्ट्रार की कागजी और जुबानी लड़ाई अब मैदान ए जंग में बदल गई है। गुरुवार को कुलपति ने रजिस्ट्रार को सामान सहित कार्यालय से बाहर कर दिया और सील लगा दी। जिसके चलते परिसर में रात में ही घमासान मचा रहा।
अक्टूबर महीने से रजिस्ट्रार और कुलपति के बीच चल रही नाक की लड़ाई अब सीधी लड़ाई में बदल गई है। बुधवार को कुलपति वीसी गोयल ने पत्र जारी कर रजिस्ट्रार मनोज ंिसह को परिसर में अनाधिकृत प्रवेश न करने की हिदायत दी, लेकिन शाम को रजिस्ट्रार मनोज ंिसह कार्यालय में पहुंचे। इसकी सूचना मिलने पर कुलपति ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को रजिस्ट्रार को कार्यालय से बाहर करने और कार्यालय में सील लगाने को कहा। रजिस्ट्रार को हटाने गए कर्मचारियों को मनोज सिंह ने भगा दिया। इसके बाद कुलपति वीसी गोयल स्वयं दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। कुलपति ने अपने सामने रजिस्ट्रार के कार्यालय से सामान बाहर फिंकवा कर रजिस्ट्रार को बाहर करा दिया। चीफ प्राक्टर ने खुद रजिस्ट्रार कार्यालय को सील करते हुए ताला जड़ दिया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई। कार्यालय सील होने के बाद रात साढ़े नौ बजे तक रजिस्ट्रार प्रशासनिक भवन के नीचे खड़े रहे।
इनका कहना है..
रजिस्ट्रार बोले
मै शासन से नियुक्त रजिस्ट्रार व लोक सेवक हूं इसलिए कार्यालय में बैठ रहा हूं। रात में उनके कार्यालय से जबरदस्ती सामान बाहर फेंक दिया गया। चीफ प्राक्टर ने ताला लगाया। कुलपति ही बताएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।
मनोज सिंह, शासन से नियुक्त रजिस्ट्रार
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प्रशासनिक कार्य में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं
विवि में रजिस्ट्रार के रूप में प्रभाष द्विवेदी काम कर रहे हैं। इसके बावजूद अनाधिकृत रूप से मनोज ंिसंह कार्यालय में बैठकर प्रशासनिक कार्यो में बाधा पहुंचा रहे हैं। गुरुवार को उन्हें कार्यालय में न आने के लिए पत्र भी दिया गया लेकिन वह शाम को कार्यालय में बैठे। मजबूर होकर कार्यालय से फर्नीचर निकलवाकर ताला लगाया गया ।
वीसी गोयल, कुलपति
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यह है मामला
अक्टूबर 2014 से कुलपति वीसी गोयल ने रजिस्ट्रार मनोज सिंह को कार्यमुक्त कर दिया। इसके बाद प्रभाष द्विवेदी को रजिस्ट्रार नियुक्त कर दिया। दूसरी ओर कुलपति से कार्यमुक्त रजिस्ट्रार मनोज सिंह शासन के आदेश का हवाला देते हुए विवि के रजिस्ट्रार बने हुए हैं। जबकि कुलपति ने शासन के आदेश के बाद भी रजिस्ट्रार को ज्वाइन नहीं कराया। पूरा मामला राजभवन से लेकर शासन तक पहुंचा, लेकिन अभी तक राजभवन और शासन स्तर से इस मामले को सुलझाया नहीं गया। रजिस्ट्रार और कुलपति की आपसी लड़ाई में पढ़ाई के साथ ही परिसर का माहौल भी बिगड़ रहा है।
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छात्रों ने की वीसी के खिलाफ नारेबाजी
मेरठ: रजिस्ट्रार को जबरन कार्यालय से बाहर करने का मामला छात्रों के पास पहुंचते ही रात में ही गगन सोम, विनीत चपराना सहित अन्य छात्र कुलपति के खिलाफ नारेबाजी व हंगामा करते हुए कुलपति आवास पर पहुंच गए। मौके पर पुलिस बल भी पहुंच गया।
उधर, रजिस्ट्रार भी देर रात कार्यालय से बाहर होने के बाद अपने आवास में चले गए। गुरुवार को यह मामला एक बार फिर तूल पकड़ सकता है।