बोस पर आधारित 'क्रांति खून मांगती है' का विमोचन
मेरठ: पीपीपी कांफ्रेंस हॉल आबूलेन में राजेंद्र राजे की पुस्तक 'क्रांति खून मांगती है' का विमोचन हुआ।
मेरठ: पीपीपी कांफ्रेंस हॉल आबूलेन में राजेंद्र राजे की पुस्तक 'क्रांति खून मांगती है' का विमोचन हुआ। यह ऐतिहासिक खंड काव्य है, जिसमें सुभाष चंद्र बोस की पूरी जीवनी कविता में लिखी गई है। इस अवसर पर आये कवि, साहित्यकार एवं विद्वानों ने उन्हें बधाई दी।
सुभाष चंद्र बोस जयंती की उत्तरार्ध संध्या पर रविवार को आयोजित विमोचन समारोह में खास तौर से नेताजी की भतीजी शीला सेन गुप्ता दिल्ली से आई थीं। उन्होंने इस प्रयास पर कृतज्ञता जताई। मुख्य अतिथि अखिल ¨हद फारवर्ड ब्लॉक के राष्ट्रीय सचिव जी देवराजन ने पुस्तक को संग्रहणीय बताया। भारतीय भाषा संस्थान जेएनयू के प्रोफेसर डा. ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि नेताजी की जीवनी को काव्य के सांचे ढालना चुनौतीपूर्ण था। इसे राजेंद्र राजे ने अच्छा निभाया। विमोचन के अवसर पर्यावरणविद् डा. मधु वत्स, कवि सरदार रतन सिंह रतन, चरण सिंह स्वामी, योगिता त्रिपाठी, लक्ष्मीनारायण सरस्वती आदि मौजूद रहे।
इसके बाद कवि गोष्ठी आयोजित हुई। कवियों ने अलग-अलग रस का पैमाना छलकाया। हॉल तालियों से गूंजता रहा। काव्यपाठ करने वालों में कवि डा. शिवचरण शर्मा मधुर, धर्मजीत सरल, ओमकार गुलशन, डा. रामगोपाल भारतीय, डा. कृष्ण कुमार बेदिल, सत्यपाल सत्यम, यशपाल कौत्स्यायन, सौरव जैन सुमन, अनामिका अंबर, सुमनेश सुमन, कुमार पंकज, चंद्रशेखर मयूर, राजकुमार शर्मा राज आदि शामिल रहे। संचालन कवि लक्ष्मी नारायण सरस्वती एवं अध्यक्षता शीला सेन गुप्ता ने की।