वकीलों ने किया डीएम कार्यालय पर हंगामा
मेरठ : आंदोलनरत अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को आंदोलन को उग्र रूप दे दिया। उन्होंने डीएम कार्यालय पर नारे
मेरठ : आंदोलनरत अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को आंदोलन को उग्र रूप दे दिया। उन्होंने डीएम कार्यालय पर नारेबाजी कर हंगामा किया। रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ कर आफिस बंद करा दिए। साथ ही कलक्ट्रेट के मुख्य गेट को बंद कर पुलिस की गाड़ी के आगे लेट गए। इसके बाद सभी अधिवक्ताओं ने डीएम आफिस के सामने दिनभर धरना दिया।
मेरठ बार एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री सरताज गाजी व राष्ट्रीय क्रांति मोर्चा के अध्यक्ष देवकरण शर्मा के नेतृत्व में अधिवक्ता सुबह करीब 11 बजे कलक्ट्रेट में एकत्र हुए। इसके बाद नारेबाजी करते हुए डीएम आफिस के मेन गेट को बंद कर दिया। वहां काफी देर नारेबाजी की और मेन गेट पर चढ़ गए। डीएम पंकज यादव उस समय कार्यालय के अंदर बैठे थे। नारेबाजी और हंगामा करने के बाद अधिवक्ता कलक्ट्रेट परिसर में स्थित उप निबंधक द्वितीय और चतुर्थ आफिस में घुस गए। अधिवक्ताओं के वहां पहुंचने से पहले ही कर्मचारियों ने आफिस के अंदर पहले ही ताले लगा दिए।
अधिवक्ताओं ने आफिस के बाहर लगे बोर्ड को उखाड़कर फेंक दिया। साथ ही कार्यालय परिसर में रखी कुर्सी आदि तोड़ दी। वहां से हंगामा करते हुए सभी कलक्ट्रेट के मुख्य गेट पर पहुंचे और गेट पर चढ़कर हाईकोर्ट बेंच के समर्थन में नारेबाजी की। जब पुलिस की एक गाड़ी ने गेट से निकलने का प्रयास किया तो अधिवक्ता उसके सामने लेट गए और हंगामा किया। अधिवक्ताओं के हटने के बाद ही पुलिस की गाड़ी निकली।
कलक्ट्रेट से सभी अधिवक्ता जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए एमडीए परिसर स्थित उप निबंधक प्रथम और तृतीय कार्यालय पर पहुंचे। अधिवक्ताओं के पहुंचने से पूर्व ही वहां दोनों आफिस के गेट पर ताला लगा दिया गया था। इस पर अधिवक्ताओं ने गेट के बाहर नारेबाजी की। साथ ही मेन गेट को भी ताला डाल बंद कराया। रजिस्ट्री कार्यालय बंद कराने के बाद अधिवक्ता डीएम कार्यालय के सामने धरना देकर बैठे। इनमें नीरज दीक्षित, शहजाद, अमरदीप, गुलफाम, सचिन, त्यागी, प्रमेंद्र तोमर आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।