'तनावमुक्त होकर बच्चों को पढ़ाएं शिक्षक'
मेरठ: एक शिक्षक के कंधे पर देश के भविष्य को बनाने की जिम्मेदारी होती है, शिक्षक को तनावमुक्त होकर बच
मेरठ: एक शिक्षक के कंधे पर देश के भविष्य को बनाने की जिम्मेदारी होती है, शिक्षक को तनावमुक्त होकर बच्चों को पढ़ाना चाहिए। शिक्षक खुद प्रेरित रहें, जिससे वह बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकें।
बुधवार को आइआइए भवन, मोहकमपुर दिल्ली रोड पर हुए कार्यशाला में विशेषज्ञों ने यह बात कही। रैडिकल बुक्स की ओर से आयोजित कार्यशाला में बच्चों में तकनीकी शिक्षण, मानसिक स्तर संवर्धन, सकारात्मकता, एकाग्रता व दूरदर्शिता जैसे विषयों को पुष्ट करते हुए बीके करन ने संबोधित किया। उन्होंने वर्कशाप में बताया कि एक शिक्षक को कैसे पढ़ना चाहिए, जिससे बच्चे उसे ध्यान से पढ़ें। मानव संसाधन एवं व्यवस्थापन सलाहकार संदीप देशपांडे ने शिक्षक के पढ़ाने के तरीके बताए। इस अवसर पर एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। प्रवीना शुक्ला, वैशाली शर्मा, शिवाली गोयल, अर्जुन, चेतन, भूपेंद्र, लोकेश, नितिन मित्तल का सहयोग रहा।