'सपा नेताओं, मंत्री जी का दबाव है, अभियान कैसे चलाऊं'
मेरठ : पिछले कई दिनों से जारी होर्डिग अभियान के 'धारावाहिक' को नगर आयुक्त ने नाटकीय मोड़ दिया। उन्हो
मेरठ : पिछले कई दिनों से जारी होर्डिग अभियान के 'धारावाहिक' को नगर आयुक्त ने नाटकीय मोड़ दिया। उन्होंने कहा कि अब तक अवैध होर्डिग अभियान को उन्होंने किस तरह चलाया, वे वही जानते हैं। उन्होंने कहा कि उन पर सत्ता पक्ष के नेताओं और मंत्री जी का उन पर जबरदस्त राजनीतिक दबाव है और आगे अवैध होर्डिग के खिलाफ उनके लिए अभियान चलाना मुश्किल होगा। मंगलवार को ये सब महापौर के कैंप कार्यालय में हुआ। विज्ञापन समिति के पार्षद और महापौर की उपस्थिति में उन्होंने दबाव की मजबूरी का हवाला देते हुए पार्षदों से नेताओं से वार्ता करने के लिए कहा। हालांकि, कैंप कार्यालय में हुई इस स्वीकारोक्ति के बारे में नगर आयुक्त कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं, लेकिन वहां मौजूद पार्षदों का का दावा है कि नगर आयुक्त ने जब खुद को अवैध होर्डिग अभियान के मसले पर घिरते देखा तो उन्होंने कहा कि मंत्री शाहिद मंजूर, एमएलसी सरोजनी अग्रवाल और जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह का इस तरह का अभियान चलाने का दबाव है। बैठक में मौजूद पार्षदों के अनुसार, वे हम लोगों से मुखातिब हुए और कहा कि अगर आप लोग अभियान चलाना चाहते हैं तो इन नेताओं से मिल लें।
दरअसल, दो दिन के अवकाश के बाद मंगलवार को अवैध होर्डिग के खिलाफ अभियान आरंभ होना था। विज्ञापन समिति के पार्षद लगभग साढ़े दस बजे नगर आयुक्त के कैंप कार्यालय पहुंचे, लेकिन नगर आयुक्त नहीं मिले। इसके पूर्व होर्डिग ठेकेदार नगर आयुक्त के कैंप कार्यालय पहुंचे थे और वहां मौजूद विज्ञापन प्रभारी राजेश कुमार से उनकी कहासुनी भी हुई। इसके बाद विज्ञापन समिति के पार्षद सूरजकुंड स्थित महापौर के कैंप कार्यालय पहुंचे। अभियान को लेकर संशय की स्थिति को लेकर महापौर ने नगर आयुक्त अब्दुल समद को वार्ता के लिए बुलाया। सूरजकुंड कैंप कार्यालय पर बैठक के दौरान पार्षदों ने छह दिन तक चले होर्डिग अभियान को आगे बढ़ाने लिए जेसीबी और फोर्स की व्यवस्था करने की मांग की। इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि होर्डिग अभियान को लेकर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं, इतने दिनों तक उन्होंने अभियान कैसे चलवाया है, वही जानते हैं और उन्होंने सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं के दबाव की बात कही। इस पर पार्षद बिफर गए। उन्होंने कहा कि यह कोई निजी कार्य नहीं है। होर्डिग से होने वाली आय से जनहित के कार्य हो सकेंगे, इसी वजह से वह अभियान चला रहे हैं। पार्षदों ने हंगामा किया हंगामा होते देख नगर आयुक्त वहां से चले गए।
वर्जन:
मैंने नगर आयुक्त पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाला है। न ही किसी होर्डिग ठेकेदार की कोई सिफारिश की है। अगर उन्होंने मेरे दबाव की बात कही है तो गलत कहा है।
शाहिद मंजूर, कैबिनेट मंत्री, प्रदेश सरकार
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सोमवार को मेरे पास होर्डिग ठेकेदार परिमल और सुभाष आए थे, उनका कहना था कि उन्हें बीओटी के तहत 120 और 45 होर्डिग लगाने के ठेके दिए गए हैं। बावजूद इसके उनके होर्डिग हटाए जा रहे हैं। जिस पर मैंने जनप्रतिनिधि होने के नाते नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने केवल 26 की अनुमति की बात कही। मैंने नगर आयुक्त से नियमानुसार काम करने की बात कही, इसमें दबाव की बात कहां से आ गई है।
-डा. सरोजनी अग्रवाल, एमएलसी
मेरे पास एक दिन पूर्व नगर आयुक्त से हुई फोन पर बातचीत की रिकार्डिग है। मैंने खुद डिफेंस कालोनी के आसपास लगे होर्डिग हटवाने के लिए कहा था। मैं अभियान रोकने के लिए क्यों कहूंगा?
-जयवीर सिंह, जिला अध्यक्ष, सपा
नगर आयुक्त को बैठक के लिए बुलाया गया था। इसी दौरान उन्होंने दबाव की बात कही। वह चाहे जो कहें, जनहित के कार्यो को किसी कीमत पर नहीं रोका जाएगा। होर्डिग हटाने का अभियान चलता रहेगा।
-हरिकांत अहलूवालिया, महापौर
'मुझे कुछ (नहीं) कहना है'
नगर आयुक्त से महापौर के कैंप कार्यालय पर हुए घटनाक्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं किसी तरह के दबाव में नहीं हूं। नगर निगम के उपलब्ध संसाधनों के अनुसार अवैध होर्डिग के खिलाफ अभियान चलाऊंगा। जब उनसे पूछा गया कि विज्ञापन समिति के पार्षदों का कहना है कि आपने उन लोगों से कहा कि अगर अभियान चलाना है तो शाहिद मंजूर,सरोजिनी अग्रवाल और जयवीर सिंह से जाकर मिलें। इस पर उन्होंने कुछ भी कहना से इन्कार कर दिया।