किसान की मौत के विरोध में रालोद ने घेरा आइजी दफ्तर
जागरण संवाददाता, मेरठ : मुरादनगर के किसान आंदोलन की आग में अभी भी किसान झुलस रहे हैं। मंगलवार को
जागरण संवाददाता, मेरठ :
मुरादनगर के किसान आंदोलन की आग में अभी भी किसान झुलस रहे हैं। मंगलवार को रालोद नेताओं ने आइजी ऑफिस का घेराव कर लिया। रालोद नेताओं की मांग थी कि पूरे मामले की सीबीआइ जांच हो। जिन पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी की गोली से किसान सूबे सिंह की मौत हुई है, उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।
बता दें कि 19 सितंबर को गंगनगर पटरी रेग्युलेटर के सामने मोदीनगर के विधायक सुदेश शर्मा के नेतृत्व में किसान आंदोलन किया गया था। इसमें मोदीनगर के गांव अमराला निवासी सूबे सिंह पुत्र जहान सिंह भी गया था। आंदोलन में पुलिस ने ताबड़तोड़ फायरिंग और लाठीचार्ज किया था, जिसमें सूबे सिंह को गोली भी लगी और लाठी से उसकी पिटाई भी की थी। घायल सूबे को गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां दो महीने के बाद 19 नवंबर की रात को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराए बिना जबरन शव का दाह संस्कार कराया था। मंगलवार को प्रदर्शनकारियों को आइजी के पीआरओ संजीव कुमार शर्मा ने अंदर जाने से रोका तो उनसे किसानों की हाथापाई तक हो गई। काफी देर बाद आइजी ने किसानों को अंदर बुलाया। पूरे प्रकरण सुनने के बाद आइजी ने नए सिरे से जांच कराकर कार्रवाई का भरोसा किसानों को दिया। इस दौरान रालोद नेता राजकुमार सांगवान, राजेंद्र सिंह चिकारा, नरेंद्र खजूरी, पूर्व विधायक परवेज हलीम, राममेहर सिंह गूर्जर, इंद्रपाल सिंह, केपी राठी, अनीस कुरैशी, सतेंद्र तोमर, मनवीर सिंह, विनय मल्लापुर आदि मौजूद थे।