हिरासत से भागकर घर पहुंचा बंदी पकड़ा
मेरठ : सीजेएम चार की अदालत में पेशी पर आया मुल्जिम पुलिस कस्टडी से भाग गया। फरारी के दो घंटे बाद मुल
मेरठ : सीजेएम चार की अदालत में पेशी पर आया मुल्जिम पुलिस कस्टडी से भाग गया। फरारी के दो घंटे बाद मुल्जिम घर पहुंचा तो पुलिस ने दबोच लिया। आरोपी की जमानत को लेकर सुनवाई के लिए ही जेल से कोर्ट लाया गया था। लापरवाही बरतने वाले तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इंचौली के छपार वाली मस्जिद निवासी नफीस पुत्र खलील वन संरक्षण अधिनियम का आरोपी है। नफीस की फरारी के बाद अदालत से उसका वारंट जारी हो गया था, जिस पर इंचौली पुलिस ने नफीस को पकड़कर जेल भेज दिया था। गुरुवार को नफीस की जमानत के लिए सीजेएम चार की अदालत में सुनवाई थी। करीब चार बंदियों को सदर हवालात से हेड कांस्टेबल प्रोन्नत गंगा शरण, सिपाही सचिन एवं संदीप लेकर सीजेएम चार की कोर्ट में जा रहे थे। कोर्ट के बाहर से ही तीनों पुलिसकर्मियों को चकमा देकर बंदी फरार हो गया। मुल्जिम की फरारी की सूचना पर एसपी सिटी, सीओ सिविल लाइन, सीओ क्राइम, सीओ कोतवाली सभी मौके पर पहुंच गए। कचहरी के सभी गेट बंद कर तलाशी अभियान चलाया गया। इधर, इंचौली पुलिस ने नफीस के घर पर पहरा बैठा दिया। फरारी के करीब दो घंटे बाद नफीस पैदल अपने घर पहुंचा तो पुलिस ने दबोच लिया। इंचौली थाने में नफीस की गिरफ्तारी दिखा दी गई है। साथ ही सदर हवालात के पुलिसकर्मी जितेंद्र की ओर से सिविल लाइन थाने में बंदी की फरारी पर तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 323 और 324 में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, बंदी की गुरुवार को ही जमानत होने वाली थी। पुलिस कस्टडी से क्यों भागा। इसकी वजह पुलिस तलाश रही है।
नशे का आदी है नफीस
इंचौली : कचहरी से फरार आरोपी नफीस पुत्र खलील नशे का आदि है तथा मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर भी है। यही कारण है कि वह कचहरी से भाग कर सीधे अपने घर पहुंचा। पूछने पर उसने बताया कि कचहरी से वह पैदल साकेत चौपले तक आया, जहां टाटा 407 में बैठ गया। इस गाड़ी से इंचौली में थाने से पहले ही उतर कर वह जंगल के रास्ते अपने घर पहुंचा था। दो दिन पहले जब पुलिस ने उसे पकड़ कर जेल भेजा तब वह रिक्शा चलाकर अपना गुजर-बसर कर रहा था। उसके खिलाफ बिना परमिट के हरा पेड़ काटने का मुकदमा दर्ज था।अगली तारीख पर जुर्माना लगकर मुकदमा खत्म हो जाना था, लेकिन कचहरी से भाग कर उसने एक नई मुसीबत मोल ले ली। एसपी सिटी ओमप्रकाश का कहना है कि इस लापरवाही में पुलिसकर्मियों की भूमिका जांची जा रही है।