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22 साल से फरार कुख्यात सलीम पतला गिरफ्तार

मेरठ : देश को हिलाकर रख देने वाले मेरठ के हाशिमपुरा दंगे के बाद पीएसी के कैंप पर बम फेंकने की वारदात

By Edited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 02:24 AM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 02:24 AM (IST)
22 साल से फरार कुख्यात सलीम पतला गिरफ्तार

मेरठ : देश को हिलाकर रख देने वाले मेरठ के हाशिमपुरा दंगे के बाद पीएसी के कैंप पर बम फेंकने की वारदात में मुख्य आरोपी सलीम पतला 22 साल बाद गुरुवार की रात एटीएस के हत्थे चढ़ गया। गिरफ्तारी के बाद उसे खतौली पुलिस की अभिरक्षा में दिया गया है। सलीम पतला के पीछे सिविल पुलिस के अलावा एसटीएफ और एटीएस की टीम पिछले दो दशक से लगी हुई थी।

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मेरठ में हाशिमपुरा दंगे के बाद सुरक्षा की दृष्टि से हापुड़ अड्डे के पास इमलियान के सामने 41वीं वाहिनी पीएसी का कैंप लगा था। इस कैंप पर सलीम पतला ने अपने साथियों के साथ 26 जनवरी 1993 को बम फेंक दिया था, जिसमें गाजियाबाद के हवलदार समेत दो जवान शहीद हो गए थे और दो जवान घायल हुए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद सलीम पतला फरार हो गया था। उस पर शासन ने भारी इनाम राशि घोषित किया था। बाद में अदालत ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था। इस केस में उसके साथियों को उम्रकैद की सजा हुई थी। गुरुवार की रात एटीएस और खतौली पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से सलीम पतला की घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पतला को एटीएस की टीम ने खतौली पुलिस के हवाले कर दिया है। बताया जाता है कि सलीम की क्षेत्र में ही लोकेशन मिलने के बाद एटीएस की टीम पिछले एक माह से उसके पीछे लगी थी। देर रात तक एटीएस व पुलिस के अधिकारी गिरफ्तारी की पुष्टि तो करते रहे लेकिन और कोई जानकारी देने से बचते रहे। सूत्रों की मानें तो पुलिस शुक्रवार को सलीम पतला को मीडिया के सामने पेश कर विधिवत खुलासा कर सकती है।

इन्होंने कहा..

एटीएस की टीम ने सलीम पतला को खतौली से गिरफ्तार कर लिया है। सलीम पर पीएसी की 41 वाहिनी पर बम फेंकने का आरोप है। पुलिस की टीम उसकी 1993 से तलाश कर रही थी। उसका दाखिला खतौली थाने में किया जा रहा है।

- आलोक शर्मा, आइजी मेरठ जोन।

कौन है सलीम पतला

हाशिमपुरा कांड के कुछ समय बाद 26 जनवरी 93 को लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में सलीम पतला ने अपने साथियों के साथ पीएसी की पिकेट पर बम धमाका किया था। इस धमाके में दो पीएसी का जवान शहीद हो गए थे। मामले में टाडा अदालत में मुकदमा चला और दो आरोपियों अब्दुल जब्बार और मोहम्मद अय्यूब को सुप्रीमकोर्ट तक से उम्रकैद की सजा हुई, लेकिन बम धमाके का मास्टर माइंड सलीम पतला पुलिस की पकड़ से दूर चल रहा था। अब 22 साल बाद वह एटीएस के हत्थे चढ़ा है।

टुंडा का चेला है सलीम

बताया जाता है कि सलीम को बम बनाने की ट्रेनिंग पिलखुवा निवासी आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा ने ही दी थी। इसके बाद सलीम ने मेरठ समेत देशभर में कई ब्लॉस्ट की घटनाओं को अंजाम दिया। गत वर्ष टुंडा के पकड़े जाने के बाद सलीम की तलाश भी तेज कर दी गई थी। यह अलग बात थी कि सलीम पतला की यूपी पुलिस के पास तस्वीर तक नहीं थी।

पासपोर्ट और दस्तावेज बरामद

सलीम पतला के पास से दो पासपोर्ट व संदिग्ध दस्तावेज आदि बरामद हुए हैं। एटीएस दस्तावेजों की जांच पड़ताल में जुटी है।


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