कूड़ा प्रबंधन को नई एजेंसी की तलाश की सिफारिश
मेरठ : दो साल से अधिक समय से अटकी मेरठ शहर की सालिड वेस्ट मैनेजमेंट (कूड़ा प्रबंधन) की योजना के लिए ज
मेरठ : दो साल से अधिक समय से अटकी मेरठ शहर की सालिड वेस्ट मैनेजमेंट (कूड़ा प्रबंधन) की योजना के लिए जल निगम के परियोजना प्रबंधक ने एटूजेड के स्थान पर नई एजेंसी की तलाश करके उससे नया अनुबंध करके कार्य शुरू कराने की सिफारिश विभाग के महाप्रबंधक और नगर आयुक्त से की है। शहर में कूड़े को लेकर बदहाली पर हाल ही में डीएम ने विशेष बैठक करके इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए निर्देश दिए थे।
केंद्र सरकार की जेएनएनयूआरएम कार्यक्रम के तहत मेरठ शहर में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना लागू है। इसके लिए जल निगम की सीएंडडीएस यूनिट 27 कार्यदायी योजना है। जल निगम के माध्यम से नगर निगम ने महानगर के कूड़ा प्रबंधन के लिए एटूजेड इंफ्रास्ट्रक्चर से अनुबंध किया था। जिसे शहर में घर घर से कूड़ा उठाकर उसका निस्तारण करके खाद व बिजली बनानी थी। कूड़ा निस्तारण के लिए किला रोड स्थित गांवड़ी गांव में ट्रेंचिंग ग्राउंड और प्रोसेस प्लांट लगाया जाना था। लेकिन एटूजेड सभी कार्यो को बीच में छोड़कर दो साल पहले भाग गई थी। तभी से शहर में कूड़े का साम्राज्य है। लोग परेशान हैं।
हाल ही में डीएम ने इस समस्या को लेकर कई विशेष बैठकें की हैं। जिसमें उन्होंने इन हालात पर नाराजगी जताते हुए जल निगम अफसरों की क्लास लगाई। जल निगम के परियोजना प्रबंधक आरबी राजपूत ने महाप्रबंधक, सीएंडडीएस के नोडल अधिकारी और नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नई एजेंसी की तलाश करके नया अनुबंध करने व कार्य शुरू कराने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में बताया है कि एटूजेड वेस्ट मैनेजमेंट आर्बीट्रेशन में है। उक्त प्रक्रिया लंबी चल सकती है लिहाजा डीएम ने भी नई एजेंसी से अनुबंध का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि महापौर हरिकांत अहलूवालिया पहले ही शासन, राज्यपाल व सीएम से पत्र भेजकर किसी अन्य एजेंसी से अनुबंध करके कूड़ा निस्तारण को शुरू कराने की मांग कर चुके हैं।