मुर असुर का वध कर कृष्ण कहलाए मुरारी
मेरठ : शंभूनगर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा का मंगलवार को समापन हो गया। कथावाचक अतुल कृष्ण महाराज ने कहा कि हमें भारत में पैदा होने पर गर्व होना चाहिए, क्योंकि सबसे पवित्र नदी गंगा, सबसे अधिक ऋतुएं, अनेक नस्ल के फल-फूल भारत में ही हैं।
देश में तीन सौ से अधिक भाषाएं और हजारों बोलियां बोली जाती हैं। सनातन धर्म में महिला-पुरुष एक ही शरीर के दो भाग माने गए हैं। शिक्षण व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा कि संस्कृत पढ़ने वाले को विज्ञान और विज्ञान पढ़ने वालों को संस्कृत पढ़ने को नहीं मिलती। बताया कि मुर नामक असुर का वध पर कृष्ण मुरारी कहलाए। सुदामा-कृष्ण की कथा सुन भक्त मुग्ध हो गए। कथावाचक ने बताया कि परीक्षित को कथा सुनकर मोक्ष की प्राप्ति हुई। संचालन अनिल गुप्ता ने किया। महेंद्र गुप्ता, संजीव गुप्ता, विनय कुराली, सुरेंद्र गुप्ता, अनिल गुप्ता, सविता गुप्ता, प्रतीक कंसल, अमित, सुमित, रीना, अलका गुप्ता, ओमप्रकाश का सहयोग रहा। कथा समापन के बाद प्रसाद वितरण किया गया।