'वीआइपी लेटरहेड' पर 'वीआइपी मुलाकात'
मेरठ : जिला कारागार में वीआइपी पर्ची पर वीआइपी मुलाकात का दौर जारी है। सत्तापक्ष के नेता अपने परिचितों को लेटरहेड देकर दुष्कर्म के आरोपी से लेकर सजायाफ्ता तक की मुलाकात करा रहे हैं। सपा का लेटर देखते ही जेल प्रशासन के अफसर भी उन्हें वरियता देकर बिना लाइन के मुलाकात करा देते हैं। इतना ही नहीं सपा नेताओं के लेटरहेड पर मिलने वालों की संख्या तक नहीं गिनी जाती है। बुधवार को जेल के बाहर ऐसा ही नजारा देखने को मिला है।
अतुल प्रधान, सरोजनी अग्रवाल या फिर आदिल चौधरी समेत अन्य कई सत्ता पक्ष के नेताओं के नाम इनदिनों जेल की चारदीवारी में चर्चित हो चुके है। डिप्टी जेलर से लेकर जेल के बंदी रक्षक तक इन नामों को रट चुके हैं। इसकी वजह है कि हर रोज इन नेताओं के नाम लेटरहेड में लिखे देखने को मिलते हैं। बुधवार को भी सपा नेता अतुल प्रधान, सरोजनी अग्रवाल और नगराध्यक्ष आदिल चौधरी के लेटरहेड पर मुलाकात करने वालों की गिनती बड़ी थी। आदिल चौधरी ने तो लेटरहेड तो थोक के भाव मुलाकातियों को दिए हुए थे। मुलाकातियों की लाइन चलने के कारण कुछ देर से लेटरहेड हाथ में लिए मुलाकातियों को मिलने से देरी लगा दी गई तो उन्होंने हंगामा कर दिया। इतना ही नहीं बंदी रक्षक को सस्पेंड करने तक की धमकी देने लगे थे। तत्काल ही जेलर को मामले की जानकारी दी गई। इसके बाद जेलर ने सभी को बिना लाइन के ही अंदर ले लिया। उनके लिए मुलाकातियों की गिनती भी अनिवार्य नहीं थी। यानी जितने भी मुलाकाती आए, सभी को तत्काल एंट्री दी जाती है।
इन्होंने कहा..
जेल के नियमानुसार ही बंदियों से मुलाकात कराई जाती है। नेताओं की पर्ची आने के बाद भी उन्हें मुलाकात के लिए लाइन में लगना पड़ता है। परिस्थितियों को देखकर कुछ इक्का दुक्का को मुलाकात इमरजेंसी में करानी पड़ती है।
- आरके वर्मा, जेलर।
जेल मैन्युअल की मुझे जानकारी नहीं है। मुलाकात के लिए सिफारिशी पत्र चलते हैं या नहीं, इसकी विधिक जानकारी के बाद ही कुछ किया जा सकता है। अगर नियम विरुद्ध कोई काम हो रहा है तो पार्टी पदाधिकारियों को बुलाकर हिदायत दी जाएगी।
- जयवीर सिंह, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी।