सीजेएम से ठगी के आरोपी से 30 हजार बरामद
मेरठ : हाईकोर्ट का जज बताकर मेरठ के सीजेएम से नब्बे हजार रुपये ठगने वाले आरोपी को सिविल लाइन पुलिस ने रिमांड पर लिया है। पुलिस ने आरोपी के झारखंड स्थित घर से तीस हजार रुपये बरामद किए हैं। रकम बरामद होने के बाद समय अवधि पूरी होने से पहले ही उसे जिला कारागार में दाखिल कर दिया गया है।
नौ जुलाई को सीजेएम संजीव कुमार के मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को हाईकोर्ट का जज बताते हुए उनसे 90 हजार रुपये अपने एकाउंट में डलवा लिए थे। इस संबंध में सीजेएम ने सिविल लाइन थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने आननफानन में बदायूं निवासी अकरम को गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के आधार पर अभी 10 दिन पहले दूसरे आरोपी रांची (झारखंड) निवासी विवेक उपाध्याय को भी पुलिस ने दबोच लिया। वह दिल्ली के एक कालेज से बीटेक है। 11 सितंबर को उसे जिला कारागार से सिविल लाइन पुलिस ने रिमांड पर लिया था। पुलिस टीम उसे लेकर रांची स्थित उसके घर पहुंची और वहां से ठगी गई रकम के तीस हजार रुपये बरामद किए। विवेक पहले भी अकरम व रंजन मिश्रा के साथ ठगी में जेल जा चुका है।
पुलिस गिरफ्त से दूर मास्टरमाइंड
जजों व अफसरों को ठगने वाले गिरोह के मास्टमाइंड को पुलिस अभी तक तलाश नहीं कर पाई है। गिरोह का मास्टरमाइंड पटना निवासी रंजन मिश्र है। उसके गिरफ्तार होने के बाद कई महत्वपूर्ण राज खुलने की उम्मीद है।