'गुम' हुए कोली की पत्नी व बच्चे, भाइयों के फोन बंद
संजीव तोमर, मेरठ
निठारी कांड का आरोपी सुरेंद्र कोली जेल में बंद है, लेकिन उसके बीबी और बच्चों का कोई अता-पता नही है। एक साल से उसकी पत्नी शांति देवी अपने दो बच्चों को लेकर दिल्ली के बदरपुर निवासी अपने भाई कमल और मोहित के घर पर रह रही थी, लेकिन पिछले छह महीनों से शांति देवी अपने दो बच्चों के साथ आखिर कहां चली गई, किसी को नहीं पता। कोली के सालों का कहना है कि शांति और उसके दो बच्चों को छह महीने पहले आखिरी बार देखा था। दिल्ली पुलिस भी कोली की पत्नी और बच्चों को तलाशने के लिए जगह-जगह की खाक छान रही है। दूसरी ओर, दिल्ली में काम करने वाले कोली के तीनों भाइयों के भी मोबाइल स्विच ऑफ हैं।
अल्मोड़ा जिले के जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत पिछले तीन दिनों से कोली की पत्नी और बच्चों की तलाश में दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। कश्मीरी गेट के पास संतनगर कालोनी में कोली के तीन भाई चंदू, अंगू और मंगनू नौकरी करते हैं। नारायण सिंह ने तीनों भाइयों के मोबाइल पर संपर्क किया तो उनके मोबाइल नंबर स्विच ऑफ थे। उसके बाद वह बदरपुर बॉर्डर के पास रहने वाले कोली के साले कमल और मोहित के घर गए। दोनों सालों ने नारायण सिंह रावत को बताया कि कोली की पत्नी शांति अपने साथ दोनों बच्चों को लेकर पिछले छह महीने पहले रात के समय घर से चली गई थी, उसके बाद से उसका कोई पता नही है, जबकि पड़ोसियों ने नारायण सिंह को बताया कि शांति को बच्चों समेत उसके भाइयों ने ही बदनामी के डर से अपने बहन को घर से निकाल दिया। बता दें कि आठ साल से जेल में बद सुरेंद्र कोली से उसकी मां कुंती देवी को मिलाने अल्मोड़ा से जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत ही मेरठ जेल लाए थे।
दिल्ली पुलिस भी कर रही तलाश
जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत ने बताया कि कोली की पत्नी शांति और दोनों बच्चों के लापता होने की सूचना बदरपुर पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और कोली के दोनों सालों से पूछताछ की। कुछ क्लू मिलने के बाद पुलिस ने कई जगहों पर उनकी तलाश की, लेकिन शंाति देवी व दोनों बच्चों कोई सुराग नहीं लग सका।