धार्मिकस्थल में मांस फेंकने पर हंगामा
जागरण संवाददाता, मेरठ : हापुड़ रोड स्थित 44 बटालियन पीएसी के सामने स्थित मदरसा जामिया अदानिया परिसर स्थित धार्मिकस्थल में रविवार रात मांस फेंककर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। आरोपी तीन युवकों को मदरसे के लोगों ने पकड़ लिया और पिटाई कर दी। मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ और सांप्रदायिक तनाव के हालात उत्पन्न हो गए। मौके पर पहुंची खरखौदा पुलिस ने तीनों युवकों को हिरासत में लिया। पुलिस ने धार्मिक स्थल से मांस के टुकड़ों को हटवाकर फर्श को साफ कराया। वहां पहुंचे सीओ और एसडीएम से मदरसा संचालकों ने कड़ा विरोध जताया।
मदरसा जामिया अदानिया परिसर में जुबैदा मस्जिद है। मदरसे के मोहतमिम कारी शफीकुर्रहमान ने बताया कि रविवार रात मस्जिद के बरामदे में मौलाना बच्चों की पढ़ा रहे थे। बराबर से लोहियानगर के लिए रास्ता जाता है। शफीकुर्रहमान के मुताबिक इसी रास्ते से तीन युवक पिछले गेट पर आए और कागज के लिफाफे में भरा हुआ मांस मस्जिद के बरामदे में फेंक दिया। यह देख मदरसे के छात्रों व मौलानाओं ने शोर मचाते हुए युवकों को पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी। मामले का पता चलते ही दोनों संप्रदायों के काफी लोग एकत्र हो गए और हंगामा शुरू हो गया। मौके पर पहुंची खरखौदा पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत किया और तीनों युवकों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने वहां पड़ा मांस हटवाकर पानी से बरामदे को साफ कराया। इसके बाद ही लोग शांत हुए। एसओ खरखौदा ने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान हापुड़ स्थित बाबूगढ़ छावनी के गांव कोटला निवासी संजीव, सूरज और बिट्टू के रूप में हुई है। सीओ एलआइयू विनोद कुमार शर्मा ने मदरसा संचालक से जानकारी लेने के बाद पूरे प्रकरण से लखनऊ को अवगत कराया। सीओ किठौर व एसडीएम ने भी मौका मुआयना किया।
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'हमने नहीं फेंका मांस'
पकड़े गए तीनों युवकों ने पुलिस को बताया कि वह खरखौदा के गांव कोल में रिश्तेदारी में आए थे। यहां से एक जानवर को बाइक से मेरठ के परतापुर क्षेत्र में बेचने जा रहे थे। मस्जिद के पास जानवर बाइक से कूदकर दीवार के पास पहुंच गया, जिसे पकड़ने गए थे तभी लोगों ने पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी। हमने मांस नहीं फेंका है।
इनका कहना है
मदरसा मोहतमिम के मुताबिक हिरासत में लिए गए युवकों ने ही मांस फेंका था। उसी के आधार पर तीनों से पूछताछ की जा रही है। माहौल पूरी तरह शांत है।
आरके सिंह, सीओ किठौर