उड़ा अबीर-गुलाल, गूंजे गणपति के जयकारे
मेरठ : गणेश चतुर्थी पर विराजमान कराए गए गजानन को विसर्जित करने का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो गया। अबीर-गुलाल उड़ा जयकारे लगाते हुए ब्रह्मापुरी से गणपति महाराज की विसर्जन यात्रा निकली। वहीं राधा-अष्टमी के पर्व पर देवालयों में श्री हरि का गुणगान हुआ। कई स्थानों से भव्य झांकियां निकाली गई।
शहर के अनेक देवालय, कालोनी और घरों में पधारे गजानन का मंगलवार को भक्तिभाव से गुणगान हुआ। सुबह व शाम को आरती के साथ ही प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर ब्रह्मपुरी से भगवान गणपति महाराज की विसर्जन यात्रा भी निकाली गयी। भव्य डोले पर सवार भगवान श्रीगणेश की जगह-जगह आरती हुई। अबीर-गुलाल उड़ा गणपति बप्पा मोर्या के जयकारे व बैंड-बाजों की मधुर धुनों पर थिरकते हुए श्रद्धालुओं ने पूरे क्षेत्र में शोभायात्रा निकाली। भगवान शिव-पार्वती का नृत्य, काली का अखाड़ा आकर्षण का केंद्र रहा।
उधर, दूसरी ओर मंगलवार को भक्तिभाव से राधा-अष्टमी का पर्व मनाया गया। औघड़नाथ मंदिर में राधा-कृष्ण का विशेष श्रृंगार हुआ। भक्तिभाव से आरती हुई और प्रसाद वितरण किया गया। सदर दाल मंडी स्थित राधा-कृष्ण मंदिर से श्रीकृष्ण की शोभायात्रा निकाली गई। बैंड-बाजों की मधुर धुनों पर थिरकते हुए श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा निकाली। राधा-रानी संग भिन्न रूपों में विराजे कृष्ण मुरारी, श्याम बिहारी और राधा रानी की झांकियों ने मोहा। पांडवनगर स्थित महामंगलेश्वर मंदिर में भजन-कीर्तन व संकीर्तन हुआ। सेवादार पं. महेश शर्मा ने प्रसाद वितरित किया।