'बालिकाओं की शिक्षा को यूबीआइ देगा सहायता'
मेरठ : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बैंकिंग सेवा के साथ ही समाजसेवा भी कर रहा है। बैंक जिले के हर गांव से पांच जरूरतमंद व मेधावी बालिकाओं का चयन कर उनके खाते खोलेगा। साथ ही इन्हें हर साल चार हजार रुपये की सहायता भी देगा। यूबीआइ की जीआइसी के सामने, खूनी पुल स्थित शाखा में मंगलवार को बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने ये बातें कहीं।
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राकेश सेठी ने बताया कि प्रधानमंत्री की जन-धन योजना के अंतर्गत बैंक को 8 लाख का लक्ष्य मिला था, लेकिन बैंक की ओर से 10.37 लाख खाते खोले गए। सभी ग्राहकों को पासबुक व डेबिट कार्ड दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आगामी तीन महीनों में कैंप लगाकर ग्राहकों के खाते खोले जाएंगे। बैंक की 1253 ग्रामीण शाखाएं हैं, जो हर गांव से छठी से 12वीं कक्षा की पांच मेधावी व जरूरतमंद बालिकाओं का चयन करेंगी। उप महाप्रबंधक सतीश कुमार जैन ने बताया कि मेरठ में 17 स्कूल चयनित किए गए हैं। इनमें से पांच-पांच बालिकाओं का चयन कर उनके खाते खुलवाए गए और बैंक ने इन्हें चार हजार रुपये की सहायता दी। वहीं स्कूलों में पठन-पाठन को बेहतर माहौल बनाने के लिए पंखे, वाटर कूलर लगाने के साथ ही बैंक की योजना शौचालय बनवाने की है। एजीएम वी. प्रदीप व पीके माहेश्वरी आदि मौजूद रहे।