पर्यूषण महापर्व के आयोजनों में उमड़े श्रद्धालु
मेरठ : जैन श्रद्धालुओं ने पर्यूषण महापर्व के तीसरे दिन 'उत्तम आर्जव धर्म' मनाया। आनंदपुरी स्थित दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में भगवान महावीर का इंद्रों द्वारा अभिषेक हुआ। देव शास्त्र गुरु, चंद्रप्रभु, नंदीश्वर, सोलह कारण, पंच मेरू, दस धर्म आदि की पूजा की गई। मंत्रों द्वारा शांतिधारा कराई गई।
विधानाचार्य पारस जैन ने आर्जव धर्म की महत्ता बताते हुए कहा कि सरल हो जाना ही आर्जव भाव है। जब तक आचरण में सरलता नहीं आएगी आत्म कल्याण का मार्ग असंभव है। सरलता ऐसा मंगलद्वार है जिसके माध्यम से आत्मा में असीम गुणों का प्रवेश हो जाता है। चेतना मंच के कलाकारों ने नाटक का मंचन किया। सुनील कुमार जैन ने बताया कि मंगलवार 8 बजे विधान प्रारंभ होगा।
नगर के शास्त्रीनगर डी ब्लाक स्थित भगवान महावीर दिगंबर जैन मंदिर में पर्यूषण महापर्व धूमधाम से मनाया गया। जैन समाज के लोग उमड़े और महापर्व में हिस्सा लिया।
पर्यूषण महापर्व के तीसरे दिन सोमवार को आर्जव धर्म हुआ। मध्य प्रदेश बड़ा गांव निवासी जैन शास्त्री पंडित ऋषभ कुमार जैन ने अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन कराया। संगीतकार महेश उपाध्याय हस्तिनापुरवाले ने शानिथ विधान संपन्न कराया। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने सैकड़ों की तादाद में जैन श्रद्धालु उमड़े।
पंडित ऋषभ कुमार जैन ने उत्तम आर्जव धर्म पर प्रकाश डालते हुए बताया कि क्रोध और अहंकार के साथ-साथ आदमी जीवन में छल-कपट में लिपटा रहता है। इसे मायाचारी की माया कषाय कहा जाता है। इसके कारण ही आदमी सोचता कुछ, कहता कुछ, और करता कुछ और है। हमें अपने जीवन को ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए कुछ नहीं करना, बस सरल बने रहना है। कार्यक्रम में दिनेश जैन, राजकुमार जैन, अनुज सिंहल जैन, विकास जैन, संतोष जैन, सविता जैन, सुमन जैन, मनीष आदि मौजूद रहे।