नटवर सिंह को हाथोंहाथ ले रहे हैं मेरठ के लोग
मेरठ : कभी नेहरु-गाधी परिवार के वफादार रहे पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह की किताब 'वन लाइफ इज नॉट एनफ' पर कांग्रेस ने भले ही आंखे तरेर रही है और सोनिया गांधी स्वयं किताब लिखकर इसका जवाब देने की बात कर रही हैं, लेकिन मेरठ के लोग किताब को हाथों-हाथ ले रहे हैं। गुरुवार को नटवर सिंह की किताब पर हो-हल्ला मचने के बाद शुक्रवार को उनकी पुस्तक मेरठ पहुंची। आबूलेन स्थित बुक कॉर्नर पर पुस्तक के पहुंचते ही बिक्री भी हाथोंहाथ होने लगी।
बुक कॉर्नर के संचालक तुषार कुमार ने बताया कि जैसे ही पुस्तक दुकान पर पहुंची मौके पर मौजूद अभिनेता प्रांशु ने उसे खरीदने की इच्छा जताई। इसके अलावा गुरुवार से ही रेगुलर कस्टमर के फोन इस पुस्तक को आरक्षित करने के लिए आने लगे थे।
नटवर सिंह की पुस्तक की कीमत 500 रुपये रखी गई है। इसे 22 अध्याय और 410 पन्नों में समेटा गया है। एक ओर जहां नटवर सिंह ने पुस्तक में अपने व्यक्तिगत जीवन की चर्चा की है, वहीं कांग्रेस की गति करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार संजय बारू, कोयला सचिव पीसी परख के बाद लगातार यह तीसरी पुस्तक है जिसने यूपीए सरकार को कटघरे में खड़ा करने के साथ ही मनमोहन सिंह-सोनिया गांधी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। नटवर सिंह थोड़ा और आगे निकल गए हैं, उन्होंने कांग्रेस के बिखराव पर भी बेबाकी से लिखा है। इतना ही नहीं राजीव गांधी की तारीफ करते-करते उन्होंने बोफोर्स घोटाले को एक बार फिर कुरेदा है। नटवर सिंह ने लिखा है कि राजीव ने शाहबानो मामले, बाबरी मस्जिद-रामजन्म भूमि मुद्दे और दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के आदोलन को गलग ढंग से निबटाया। बोफोर्स विवाद को निबटाने के मामले में भी राजीव गाधी में उन्होंने खोट निकाली है।