एमडीए के महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर धनभाव का ग्रहण
मेरठ : अपनी महात्वाकांक्षी परियोजनाओं को साकार करने के लिए एमडीए के पास 'भूमि बैंक' और धनराशि दोनों का टोटा है। यही कारण है कि योजनाएं कागज पर बनती तो हैं, लेकिन जमीन पर साकार नहीं हो पाती हैं। चार अगस्त को कमिश्नर की अध्यक्षता में होने वाली बोर्ड बैठक में इस मुद्दे पर मंथन होगा।
बड़ी कठिन है डगर रिंग रोड की
मेरठ : रिंग रोड एमडीए का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके तहत शहर में 50 किमी लंबाई की सड़क बनाई जाएगी। इसकी चौड़ाई 45 मीटर होगी। लागत करीब 150 करोड़ है। यह रुड़की रोड बाईपास पर बागपत चौराहे से शुरू होकर दिल्ली रोड के 10.72 किमी, हापुड़ रोड के 12.16 किमी, गढ़मुक्तेश्वर रोड के 9.60 किमी, बिजनौर रोड के 9.84 किमी व बागपत रोड के 8.32 किमी होते हुए वापस रुड़की रोड पर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी व दीवान टेक्सटाइल में मिलेगी। यह लंबे समय से ठंडे बस्ते में है। इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण सबसे बड़ी समस्या है। अगर जमीन का अधिग्रहण हो भी गया तो प्राधिकरण के पास इतना धन नहीं है कि इसे साकार कर सके।
कब बनेगी आबूलेन में मल्टीलेवल पार्किंग
मेरठ : शहर का दिल कहे जाने वाले आबूलेन रोड पर पार्किंग की समस्या विकराल है। सड़क के किनारे और बीचोंबीच बेतरतीब खड़े वाहन इस रोड की शान में बट्टा लगाते हैं। आबूलेन रोड पर वर्षो से मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की बात चल रही है, लेकिन साकार नहीं हो पा रहा है। एमडीए उपाध्यक्ष का कहना है कि अगर कैंट बोर्ड जमीन दे देता है तो एमडीए यहां मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के लिए धन का इंतजाम कर सकता है। बहरहाल, एमडीए के पास इस प्रोजेक्ट के लिए पर्याप्त फंड नहीं है।
हापुड़ चौराहे पर अंडरपास
मेरठ : मेरठ विकास प्राधिकरण ने हापुड़ अड्डे चौराहे पर जाम से निजात पाने के लिए यहां अंडरपास और फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई है। हापुड़ अड्डा चौराहे को सबसे बड़ा ट्रैफिक जंक्शन बनाना प्राधिकरण का सपना है। यहां से हापुड़ रोड के अलावा एक रास्ता गढ़ रोड की तरफ भी जाएगा।
इनका कहना है..
हापुड़ अड्डा बाईपास, आबूलेन पर मल्टीलेवल पार्किंग का डीपीआर बनाने के लिए चार अगस्त को होने वाली प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव बनाया जाएगा। प्रस्ताव पास होने के बाद एनसीआरपीबी से कर्ज लेने के लिए आवेदन किया जाएगा।
- राजेश कुमार, उपाध्यक्ष, एमडीए।