छात्रों के समस्याओं का समाधान करेगा साफ्टवेयर
मेरठ: आने वाले कुछ महीनों में छात्र छात्राओं को मार्कशीट में अपने नाम या पिता के नाम में या जन्मतिथि संबंधित गड़बड़ी को ठीक कराने के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। विश्वविद्यालय दूरदराज के जिलों में छात्र समस्या निस्तारण सेंटर खोलने की तैयारी में हैं, साथ ही एक साफ्टवेयर भी विकसित कर रहा है, जिससे हर कालेज अपने स्तर पर होने वाले छात्रों की समस्या को दूर कर सकें।
विश्वविद्यालय में आए दिन कई तरह की समस्याओं के समाधान को लेकर छात्र छात्राओं का जमावड़ा लगा रहता है। इसमें छात्रों की कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिसका समाधान कालेज और विवि दोनों स्तर पर होना होता है। इसके लिए छात्र कभी कालेज की दौड़ लगाते हैं, तो कभी विश्वविद्यालय की। इससे धन और समय दोनों का नुकसान होता है। छात्रों की कालेज स्तर पर दूर होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए विवि एक नई योजना बना रहा है। विश्वविद्यालय एक ऐसा साफ्टवेयर विकसित करने पर विचार कर रहा है, जिससे कालेज अपने स्तर पर कई तरह की समस्याओं का निस्तारण कालेज में ही कर सके। इसके लिए छात्र को विश्वविद्यालय में आने की जरूरत नहीं होगी। वह आनलाइन ही विवि के निर्धारित शुल्क को जमा करके अपनी समस्या का समाधान करा सकेगा। प्रतिकुलपति प्रो. एचएस सिंह ने बताया कि विवि में समस्या को लेकर छात्रों का हुजूम कम से कम जुटे इसके लिए ऐसा प्रयास किया जा रहा है, जिससे छात्र छात्राओं की समस्या का त्वरित गति से समाधान किया जा सके। इसके लिए जहां एक तरफ अन्य जिलों चार छात्र समस्या निस्तारण केंद्र खोलने की योजना है, वहीं दूसरी ओर हर कालेज में एक साफ्टवेयर के जरिए कालेज लाग इन दिया जाएगा, जिससे वह कालेज स्तर पर होने वाली समस्याओं का समाधान कर सकें।