24 साल में 31 की होकर पिंकी बनी दौराला पंचायत अध्यक्ष
अशोक चौहान, मोदीपुरम
कुर्सी हासिल करने को आदमी शिक्षित से अनपढ़ और 24 से 31 साल का बन सकता है। इसकी ताजा बानगी पिंकी है। चुनाव आयोग से इन तथ्यों को छिपाकर पिंकी दौराला नगर पंचायत की अध्यक्ष बन बैठी। दौराला निवासी महिपाल व सूरज की शिकायत पर यह मामला राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत व स्थानीय निकाय को भेज दिया गया है।
दौराला के मोहल्ला मनोहरपुरी वार्ड 11 निवासी पिंकी पत्नी श्वेत सिंह ने नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भरा नामांकन पत्र एक जून 2012 को रिटर्निग अधिकारी को सौंपा था, उसमें अपनी उम्र 31 साल और खुद को अनपढ़ दर्शाया था। 31 साल की आयु का प्रमाणपत्र 31 मई 2012 को जिला अस्पताल मेरठ से जारी कराया गया।
यह है असलियत
पिंकी पुत्री महेंद्र सिंह निवासी कंकरखेड़ा की किसान कन्या इंटर कालेज कंकरखेड़ा ने 13 सितंबर 2012 को जारी चरित्र प्रमाणपत्र में जन्म तिथि एक सितंबर 1988 है। वर्ष 2005 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जारी सनद और वोटर आइडी में जन्म तिथि एक सितंबर 1988 अंकित है। आयु के इस प्रमाण के अनुसार नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के दौरान पिंकी की आयु 24 साल की होती है, जोकि अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य है।
नगर पंचायत अध्यक्ष का दावा
अध्यक्ष पिंकी कहती हैं कि वह अनपढ़ है और उन्होंने 31 साल की आयु में अध्यक्ष का चुनाव लड़ा है। उसकी छोटी बहन ने उसके स्थान पर हाईस्कूल व इंटरमीडिएट किसान गर्ल्स हाई स्कूल कंकरखेड़ा में पर्चे दे दिए होंगे। उन्होंने अपने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाणपत्रों को गलत करार दिया।
अनपढ़ अध्यक्ष व्हाट्स एप पर हैं मौजूद!
अध्यक्ष पिंकी अनपढ़ होने का दावा करते हुए व्हाट्स एप पर अंग्रेजी में स्टेटस अपडेट करती हैं।
शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी
एडीएम (ई) दीपचंद ने कहा कि उनके पास अभी तक शिकायत नहीं पहुंची। शिकायत मिलते ही इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी। आयु प्रमाणपत्र जारी करने वाले डाक्टर की भी जांच होगी।