तकनीकी-मैनेजमेंट कोर्स में बढ़े छात्राओं के कदम
मेरठ : उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय की ओर से रविवार को आयोजित उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई)- 2014 में इस बार लड़कियों की संख्या अधिक रही। शहर के सभी नौ सेंटरों पर उनकी बढ़ी हुई तादाद से अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कोर्स की ओर लड़कियों का रुझान बढ़ा है।
मेरठ में नौ सेंटरों पर लगभग साढ़े छह हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रत्येक सेंटर पर 40 से लेकर 75 के करीब अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। यूपीटीयू द्वारा बीटेक, बीआर्क, बीफार्मा कृषि इंजीनियरिंग, बीएचएमसीटी व बीएफएडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा हुई। छह सौ नंबरों में फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स के सवाल पिछले साल से आसान रहे। निगेटिव मार्किंग न होने की वजह से अभ्यर्थियों ने सभी प्रश्न हल किए। केमिस्ट्री का पेपर अपेक्षाकृत आसान रहा। पिछले साल लड़कियों की संख्या 20 फीसदी थी, इस साल इनकी संख्या 30 फीसदी थी। प्रश्न-पत्र को देखकर माना जा रहा है कि इस बार काउंसलिंग में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक रहेगी। विद्या कालेज ऑफ इंजीनियरिंग के एप्लाइड साइंस के एचओडी डा. प्रदीप शर्मा ने बताया पेपर काफी आसान रहा, जिससे परीक्षार्थी खुश नजर आए। पिछले साल के मुकाबले छात्राओं की संख्या इस बार अधिक रही।
सेंटरों पर अभिभावकों को लुभाने की कोशिश
मेरठ में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, बीआइटी, एमआइईटी, राधा गोविंद ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, एबीएसएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट भारत इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, आइआइएमटी इंजीनियरिंग कालेज, जेपी इंस्टीट्यूट, विद्या कालेज ऑफ इंजीनियरिंग, कालेज ऑफ इंजीनियरिंग कालेज एंड रूरल टेक्नोलॉजी में परीक्षा हुई। सभी केंद्रों पर परीक्षार्थियों के साथ पहुंचे अभिभावकों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान कालेजों पर पंफलेट भी बांटे गए।
कक्ष में फोटो की व्यवस्था
कई बार छात्रों को जागरूक करने के बाद भी बहुत से अभ्यर्थी अपने साथ फोटो नहीं ले गए थे, इस समस्या का समाधान करने के लिए कालेजों की ओर से फोटोग्राफी की व्यवस्था कक्ष में ही कई थी, जहां उनका फोटो खींच कर दिया गया।