ईवीएम स्ट्रांग रूम खोलकर हुई लीकेज की जांच
मेरठ : भारत निर्वाचन आयोग की अनुमति प्राप्त कर जिला निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने शनिवार को परतापुर स्थित कताई मिल में ईवीएम के तीनों स्ट्रांग रूम को खोलकर पानी लीकेज की जांच पड़ताल की। पड़ताल के दौरान ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित मिलीं। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बरसात होने के कारण स्ट्रांग रूम में पानी के लीकेज की आशंका को देखते हुए शुक्रवार को आयोग को पत्र भेजकर स्ट्रांग रूम खोलने की अनुमति ली। इसके बाद शनिवार शाम आयोग की ओर से नियुक्त दोनों प्रेक्षक एसपीएस सलूजा तथा एमएस चौहान, सभी दलों के प्रतिनिधियों, प्रत्याशियों की मौजूदगी में ईवीएम के तीनों स्ट्रांग रूम को खोला गया। बरसात के पानी के लीकेज की गहनता से जांच पड़ताल की गई। पड़ताल में स्ट्रांग रूम के अंदर बरसात के पानी की किसी प्रकार की सीलन और सीपेज नहीं पाई गई।
परतापुर स्थित कताई मिल में तीन स्ट्रांग रूम हैं, जिसमें ईवीएम रखी गई हैं। एक स्ट्रांग रूम में किठौर व मेरठ शहर, दूसरे में सिवालखास, मेरठ कैंट व मेरठ दक्षिण तथा तीसरे में हस्तिनापुर और सरधना विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित ईवीएम रखी हुई हैं। स्ट्रांग रूम के बाहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआइएसएफ के गार्ड के पास है। जांच-पड़ताल के बाद प्रेक्षकों और जिला निर्वाचन अधिकारी की संयुक्त हस्ताक्षर से इसकी रिपोर्ट तत्काल आयोग को भेज दी गई है। इस दौरान भाजपा के अजय गुप्ता व अरुण वशिष्ठ ने एक कक्ष के बाहर लगा ताला व टूटे कुंडे को लेकर आपत्ति की तो डीएम ने इस कक्ष की गहनता से जांच कराई। बसपा प्रत्याशी हाजी शाहिद अखलाक, सपा प्रत्याशी शाहिद मंजूर के पुत्र नवाजिश मंजूर, कांग्रेस के ओपी शर्मा व रिकिन अहलूवालिया व अन्य प्रत्याशियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। जांच पड़ताल के बाद स्ट्रांग रूमों को सील कर दिया गया।